VS CHAUHAN
देहराूदन के हाथीबड़कला क्षेत्र में बुधवार शाम सभी लोग हैरान हो गए। हाथीबड़कला में दुर्लभ ब्रांजबैक ट्री स्नेक(उड़ने वाला सांप) मिला। जिसे वन विभाग की टीम ने पकड़कर जंगल में छोड़ दिया है। विभाग की रेस्क्यू टीम के लीडर रवि जोशी ने बताया कि हाई जंप मारने के कारण इस सांप को लोग उड़ने वाला सांप भी कहते हैं। ये दून के आसपास घने जंगलों में तो मिलता है,लेकिन शहरी क्षेत्र में नहीं पाया जाता। करीब चार महीने पहले सहस्रधारा रोड स्थित उषा कालोनी में भी एक सांप पाया गया था।
इसके बाद ये दूसरा सांप मिला है। उन्होनें बताया कि हाथीबड़कला निवासी गायत्री सहगल के घर में ये दिखा था। जिस पर उन्होनें सूचना दी। सूचना के बाद वे टीम के साथ रेस्क्यू के लिए पहुंचे। इसे एक पेड़ से पकड़ा गया। उन्होंने बताया कि इसे पकड़ना मुश्किल होता है,क्योंकि ये काफी हाई जंप मार सकता है। लेकिन इसमें जहर ना होने की वजह से ये खतरनाक नहीं है। ये ज्यादातर चिड़ियों के अंडे या बच्चे खाता है।
उड़न साँप क्रिसोपिली जीनस के साँप हैं जो बहुत कम विषैले होते हैं और मनुष्यों के लिए हानिरहित है। ये दक्षिण-पूर्वी एशिया, दक्षिणी चीन, भारत और श्रीलंका में पाए जाते हैं। भारत में ये मध्य भारत, बिहार, उड़ीसा और बंगाल में अधिक पाए जाते हैं। यह बहुत तीव्र गति से चलने की क्षमता रखता है जो इसकी विशिष्टता है।