Nimis Kumar KI REPORT
आला हजरत दरगाह परिसर में अब घर से भागकर आने वाले लड़के-लड़कियों का निकाह नहीं पढ़ाया जाएगा। दरगाह प्रमुख एवं मरकजे अहले सुन्नत के मुतवल्ली मौलाना सुब्हान रजा खां सुब्हानी मियां की ओर से इस संबंध में नोटिस जारी किया गया है।
नोटिस में कहा गया है कि तमाम लड़कियाें और लड़कों का घर से भागकर कोर्ट, दरगाहों या मस्जिदों में निकाह करना आम है लेकिन कोई भी विवाद होने पर दरगाह और मस्जिदों में निकाह पढ़ाने वालों को परेशानी झेलनी पड़ती है। इसी वजह से दरगाह आला हजरत में ऐसे जोड़ों का निकाह पढ़ाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
सुब्हानी मियां ने इस नोटिस में हर खासो आम को आगाह करते हुए कहा है कि दरगाह आला हजरत के अहाते, दारुल उलूम मंजरे इस्लाम, रजा मस्जिद, अफ्रीकी हॉस्टल या इससे मुताल्लिक दफ्तरों में यहां के काजी, मुफ्ती, इमाम और मौलवी कोई निकाह नहीं पढ़ाएंगे।
सुब्हानी मियां ने आगाह किया है कि अगर इन जगहों पर किसी ने निकाह पढ़ाया या यहां निकाह पढ़ाए जाने का झूठा इल्जाम लगाया तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। दरगाह से जुड़े संगठन तहरीके तहफ्फुजे सुन्नियत (टीटीएस) के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य परवेज नूरी ने बताया कि इस सूचना के बाबत दरगाह परिसर और आसपास पोस्टर भी लगा दिए गए हैं ताकि कोई यहां निकाह पढ़वाने के लिए न आए।