Nimis Kumar KI REPORT
उत्तर प्रदेश के बरेली में सीबीगंज स्थित रेलवे के गोदाम से 20 लाख से अधिक कीमत के पेंड्रोल क्लिप और पिन गायब हो गए थे। इस मामले में 11 जुलाई को चोरी का मुकदमा दर्ज कराया गया था। आरपीएफ इसकी जांच कर रही थी। अब जाकर आरपीएफ ने खुलासा किया कि रेलवे का यह माल चोरी नहीं हुआ बल्कि इसे 30 जून को रिटायर होने से पहले रेलवे के सीनियर सेक्शन इंजीनियर (रेलपथ) दिनेश प्रकाश लोहानी ने एक ठेकेदार को बेच दिया था। आरपीएफ ने लोहानी को बरेली में राजेंद्र नगर स्थित आवास से गिरफ्तार कर लिया और रेलवे कोर्ट ने उसे जेल भेज दिया।
आरपीएफ ने माल भी बरामद किया
आरपीएफ ने सोमवार को रेलवे का माल गायब होने का खुलासा करते हुए बेचा गया सामान भी बरामद कर लिया। इंस्पेक्टर आरपीएफ विपिन सिसौदिया के मुताबिक, जांच-पड़ताल में सामने आया कि सीनियर सेक्शन इंजीनियर (रेलपथ) दिनेश प्रकाश लोहानी ने पेंड्रोल क्लिप और पिन बरेली के आंवला में इफ्को के एक ठेकेदार को बेच दिया था। लोहानी ने यह काम अपने रिटायर होने से करीब एक सप्ताह पहले ही कर लिया था।
माल की सप्लाई स्टेशनों पर दिखा दी थी
आरपीएफ के मुताबिक, रिटायर सेक्शन इंजीनियर ने माल को बेचने के बाद अपने बचाव का भी इंतजाम कर लिया था ताकि वह फंसे नहीं, क्योंकि सेवाकाल में इस माल की जिम्मेदारी उसकी ही थी इसलिए उसने पेंड्रोल क्लिप और पिन की सप्लाई मुरादाबाद और चंदौसी स्टेशनों पर दिखा दी थी लेकिन जांच में पता चला कि यह माल किसी रेलवे स्टेशन पर भेजा ही नहीं गया। इसके बाद ही रिटायर्ड सेक्शन इंजीनियर पर शक हुआ और मामले का खुलासा हो सका। लोहनी की निशानदेही पर ही माल बरामद किया गया। आरपीएफ ने रेलवे एक्ट की धाराओं में लोहानी पर कार्रवाई की है।