VS CHAUHAN KI REPORT
जिलाधिकारी (डीएम) डा. आर राजेश कुमार व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) डा. योगेंद्र रावत सोमवार को शहर की यातायात व्यवस्था का हाल देखने सड़कों पर उतरे।शहर की यातायात व्यवस्था कैसी है, इसका पता कलेक्ट्रेट के पास कचहरी चौक पर ही चल गया। पहले ही चौक पर डीएम व एसएसपी को जाम से दो-चार होना पड़ गया। खैर, वहां पुलिस पहले से तैनात थी तो जल्द जाम खुलवा दिया गया। इसके बाद दोनों प्रमुख अधिकारियों ने सहस्रधारा क्रासिंग, दर्शनलाल चौक, तहसील चौक व घंटाघर पर खड़े होकर यातायात व्यवस्था व उसकी खामी का बारीकी से परीक्षण किया।
सबसे पहले जिलाधिकारी व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सहस्रधारा क्रासिंग पहुंचे। यहां तमाम मालवाहक वाहन ओवरलोडिंग करते मिले। जिलाधिकारी के निर्देश पर ऐसे वाहनों का चालान किया गया। जिलाधिकारी ने वाहन चालकों को भविष्य के लिए चेतावनी भी जारी की।
पिकेट के भीतर बैठे मिले पुलिस कर्मी
इसके बाद अधिकारी दर्शनलाल चौक पर पहुंचे तो वहां पुलिस कर्मी यातायात का संचालन करने की जगह पिकेट के भीतर बैठे थे। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने इस पर नाराजगी जाहिर करते हुए पुलिस अधीक्षक (यातायात) को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए।
विक्रम में मिले सात-आठ सवारी
तहसील चौक पर भी अधिकारियों ने यातायात व्यवस्था का जायजा लिया। यहां तमाम विक्रमों में क्षमता से अधिक सवारी पाई गईं। विक्रम में सात-आठ सवारियां बैठाई गई थीं। क्षमता से अधिक सवारियों को बैठाने व शारीरिक दूरी के नियमों का पालन न करने वाले विक्रमों का चालान किया गया। वहीं, कई दुपहिया चालक बिना हेलमेट के पाए और कई दुपहिया में तीन सवारी भी बैठी मिलीं। इनका भी चालान कर चालकों को चेतावनी जारी की गई।
रोकने पर भागा आटो चालक, मुकदमा दर्ज
घंटाघर पर अधिकारियों के निर्देश पर पुलिस कर्मियों ने एक आटो को रुकने का इशारा किया तो वह उल्टे भाग खड़ा हुआ। हालांकि, उसे पकड़ लिया गया और आटो सीज कर चालक हरभजन सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया गया।
जिलाधिकारी ने रोके वाहन, मास्क पर दी चेतावनी
जिलाधिकारी डा. आर राजेश कुमार ने भी कई वाहनों को रोका। इनमें कुछ ने मास्क नहीं पहना था, तो कुछ बिना हेलमेट के थे। बिना हेलमेट वाहन चलाने पर चालान किया गया, जबकि मास्क ने पहनने पर चेतावनी दी गई। वहीं, जिलाधिकारी ने मास्क न पहनने पर विभिन्न दुकानदारों को भी चेतावनी दी।
15 दिन में करें परीक्षण: डीएम
जिलाधिकारी ने पुलिस अधीक्षक (यातायात) व एआरटीओ को निर्देश दिए कि वह हर 15 दिन में शहर की यातायात व्यवस्था का परीक्षण करें। जो नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। इसके अलावा बेतरतीब पार्किंग करने वालों पर भी अंकुश लगाने के निर्देश दिए गए।
खोदी सड़कों पर लगाएं चेतावनी बोर्ड
जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि स्मार्ट सिटी के कार्यों के लिए जहां भी सड़कों को खोदा गया है, वहां चेतावनी बोर्ड अनिवार्य रूप से लगाए जाएं। साथ ही खोदाई के बाद सड़कों को उचित ढंग से समतल कर दिया जाए।