VSCHAUHAN KI REPORT
लद्दाख के बाद चीन ने अब उत्तराखंड से लगती सीमा पर भी अपनी एक्टिविटी बढ़ा दी है. सूत्रों ने बताया कि उत्तराखंड में बाराहोती सेक्टर में चीनी सेना के 40 जवान पैट्रोलिंग करने आए थे. भारतीय सेना भी चीन पर लगातार नजर बनाए हुए है और भारतीय सेना ने लद्दाख जैसे किसी भी संघर्ष से बचने की तैयारी भी कर ली है.
लद्दाख के बाद अब चीन उत्तराखंड सीमा पर भी एक्टिव होता दिख रहा है. करीब 6 महीने से भी ज्यादा वक्त के बाद चीनी सेना ने उत्तराखंड में बाराहोती सेक्टर (Barahoti Sector) में एक बार फिर से अपनी एक्टिविटी बढ़ाई है. सरकार से जुड़े सूत्रों ने आजतक को बताया कि उत्तराखंड में बाराहोती इलाके, जिसे LAC के सेंट्रल सेक्टर के नाम से भी जाना जाता है, वहां चीन की एक्टिविटी बढ़ी है. माना जा रहा है कि भविष्य में यहां चीन अपनी एक्टिविटी बढ़ा सकता है, जिससे निपटने की तैयारी भारत की ओर से भी की जा रही है.
सूत्रों ने बताया, चीनी सेना के करीब 40 जवानों ने बाराहोती के पास LAC पर पैट्रोलिंग के लिए आए थे. इस इलाके में काफी लंबे वक्त के बाद चीन की एक्टिविटी देखी गई है.
सूत्रों ने बताया कि LAC पर चीनी सेना ने अपने एयरबेस पर एक्टिविटी बढ़ा दी है, जहां कई ड्रोन और हेलीकॉप्टर्स ऑपरेट कर रहे हैं. बाराहोती में पहले भी कई बार चीन हरकत कर चुका है और वो उत्तर-पूर्वी के कई इलाकों के साथ-साथ यहां भी अपना दावा करता है. सूत्र बताते हैं कि लद्दाख में पिछले साल हुए संघर्ष जैसी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए भारतीय सेना यहां भी तैनात हो गई है. सेना आगे बढ़ रही है और यहां कमांडर भी डेरा डाले हुए हैं.
हाल ही में, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत (CDS General Bipin Rawat) और सेंट्रल आर्मी कमांडर लेफ्टिनेंटर जनरल वाय डिमरी ने चीन के साथ लगने वाले सेंट्रल सेक्टर समेत उत्तराखंड के कई इलाकों में सिक्योरिटी का रिव्यू किया था.
भारत और चीन के बीच पिछले साल से तनाव बढ़ गया है और अभी भी लद्दाख सीमा पर दोनों देशों के 50 हजार से ज्यादा सैनिक तैनात हैं. दोनों देशों के बीच LAC का मसला सुलझाने के लिए बातचीत भी जारी है और दोनों के बीच राजनीतिक और डिप्लोमैटिक लेवल पर भी बात चल रही है.