Nimis Kumar KI REPORT
कभी कभी जीवन में कुछ खूबसूरत घटनाएं ऐसी होती है कि उस मौके को विशेष बना देती हैं और वह मौका एक मिसाल कायम कर देता है जिसको लोग बहुत दिनों तक याद रखते हैं ऐसा ही कुछ इस खबर में है
उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में नई नवेली दुल्हन के रूप में नव निर्वाचित महिला प्रधान जब हेलीकाप्टर से ससुराल पहुंची तो कौतूहल का विषय बन गई। वह सिर्फ दुल्हन ही नहीं उस गांव की महिला प्रधान भी थी. दरअसल दुल्हन ने ना तो वोट मांगे थे. और ना ही रीति रिवाज से उसकी शादी हुई थी, हालांकि चुनाव लड़ने के लिए उसकी कोर्ट मैरिज करा दी गई थी। चुनाव जीतने के बाद रीति-रिवाजों के साथ उसकी शादी हुई, जिसके बाद वह अपनी ससुराल पहुंची। वहीं, गांव वालों का कहना है कि यह प्रधानी उन्होंने दुल्हन की मुंह दिखाई में सौंपी है। दुल्हन जब ससुराल पहुंची तो महिला प्रधान के स्वागत में पूरा गांव उमड़ पड़ा।
यह पूरी कहानी इस प्रकार है कि बदायूं जिले के उझानी स्थित मोहल्ला बहादुरगंज निवासी बीजेपी के नगर उपाध्यक्ष वेदराम लोधी ने बेटी सुनीता वर्मा की शादी बरेली में आंवला, रामनगर के गांव आलमपुर कोट निवासी श्रीपाल लोधी के पुत्र ओमेंद्र सिंह से बीते साल तय की थी। श्रीपाल का परिवार भी राजनीति में है। वह स्वयं ब्लॉक प्रमुख रहे हैं। दो बार उनकी पत्नी भी प्रधान रह चुकी हैं। वहीं, सुनीता का रिश्ता तय होने के दौरान ही पंचायत चुनाव घोषित हो गए। चुनावी प्रक्रिया में श्रीपाल का गांव आलमपुर कोट महिला सीट के लिए आरक्षित हो गया। यह कहना होगा कि यह इतेफाक ही था, इसलिए श्रीपाल ने भी इस मौके को राजनीति में परिवर्तित करने प्लान बना लिया। उन्होंने होने वाली पुत्रवधू को ग्राम प्रधान चुनाव उतारने का तानाबाना बुनना शुरू कर दिया। सबसे पहले उन्होंने होने वाली बहू को मतदाता सूची में शामिल करने की प्रक्रिया शुरू कर दी। इसके लिए उन्होंने निर्धारित वैवाहिक कार्यक्रम से पहले ही कानूनी तौर पर विवाह कराना उचित समझा।
कोर्ट मैरिज से निकाला रास्ता
श्रीपाल ने अपने बेटे ओमेंद्र सिंह की शादी सुनीता से 25 दिसंबर 2020 को कोर्ट मैरिज करा ली। इससे सुनीता का पता बदल गया। इसके साथ ही उसका नाम अपने गांव आलमपुर कोट की वोटर लिस्ट में शामिल करा दिया। बाद में प्रधान पद के लिए नामांकन हो गया। इससे पहले सुनीता बरेली आई, नामांकन प्रक्रिया पूरी कर वापस मायके बदायूं लौट गई। चुनाव प्रचार के लिए सुनीता वोटरों के बीच एक बार भी नहीं पहुंची। ससुर श्रीपाल सिंह और पति ओमेंद्र सिंह ने ही उसके लिए वोट मांगे। इस दौरान मतदाताओं ने भी पूरा साथ दिया। और अपने गांव की होने वाली ‘बहू’ को जिता दिया।
ग्राम प्रधान बनकर हेलीकाप्टर से ससुराल पहुंची दुल्हन
चुनाव के परिणाम घोषित होने के बाद वर-वधू पक्ष ने ओमेंद्र सिंह और सुनीता की हिंदू रीति-रिवाज से शादी की तारीख तय हुई। शनिवार तीन जुलाई को ओमेंद्र की बरात बदायूं जिले के उझानी पहुंची। श्रीपाल ने वैवाहिक कार्यक्रम को यादगार बनाने के लिए हेलीकाप्टर बुक किया। रविवार दोपहर उझानी स्थित महात्मा गांधी पालिका इंटर कालेज मैदान से हेलीकाप्टर नवदंपति को लेकर चंद मिनटों में बरेली जिले के गांव आलमपुर कोट पहुंचा। इस मौके पर बहू और नवनिर्वाचित ग्राम प्रधान का भव्य स्वागत किया।
आभार श्री आर् बी लाल बरेली.