VSCHAUHAN KI REPORT
सीएम पद की दौड़ में शामिल डॉ.धनसिंह रावत को स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग देकर उनका कद बढ़ाया गया है। तीरथ मंत्रिमंडल में रहे उनके सभी पिछले विभाग यथावत रखे गए हैं। कैबिनेट मंत्री यतीश्वरानंद को ग्राम्य विकास विभाग भी दिया गया है
कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज को अहम माने जाने वाला लोक निर्माण विभाग, डॉ.हरक सिंह रावत को ऊर्जा और यशपाल आर्य को आबकारी विभाग भी दिया गया है। उनके बाकी सभी पुराने विभाग बरकरार रखे गए हैं। इसे तीनों कैबिनेट मंत्रियों की नाराजगी दूर करने की कवायद के तौर पर देखा जा रहा है। बाकी मंत्रियों के विभागों में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
इलेक्शन ईयर में सीएम ने छोड़ा अहम विभागों का मोह
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चुनावी साल के दबाव को देखते हुए अहम विभागों का मोह छोड़ दिया। उन्होंने अपने पास केवल 12 विभाग रखे, जबकि उनसे पहले मुख्यमंत्री रहे तीरथ सिंह रावत के पास 20 और त्रिवेंद्र सिंह रावत के पास 50 से अधिक विभाग थे। धामी ने ऊर्जा, लोनिवि, स्वास्थ्य, आबकारी सरीखे अहम विभाग मंत्रियों में बांट दिए हैं।
कोविडकाल में अलग स्वास्थ्य मंत्री
कोविड महामारी के दौरान राज्य में अलग से स्वास्थ्य मंत्री की मांग ने जोर पकड़ा था। सामाजिक और राजनीतिक मंचों से भी इसकी मांग उठी थी। मुख्यमंत्री ने कैबिनेट मंत्री डॉ.धनसिंह रावत को यह मंत्रालय सौंप दिया है। भाजपा सरकारों में डॉ.रमेश पोखरियाल निशंक के बाद डॉ.धनसिंह रावत दूसरे स्वास्थ्य मंत्री हैं। इससे पहले कांग्रेस सरकार में सुरेंद्र सिंह नेगी स्वास्थ्य मंत्री थे।
डॉ.धनसिंह और यतीश्वरानंद का कद बढ़ा
धामी मंत्रिमंडल में डॉ.धनसिंह रावत और यतीश्वरानंद का कद बढ़ा है। राज्यमंत्री से कैबिनेट मंत्री बनने के बाद अब दोनों को एक-एक और अहम विभाग दिए गए हैं।