VSCHAUHAN KI REPORT
कई ऐसी अजीबोगरीब घटनाएं होती हैं, जो देश-विदेश में खूब सुर्खियां बटोरती हैं। इसी सिलसिले में कैलिफोर्निया के एक पेड़ की चर्चा इन दिनों खूब हो रही है। अमूमन कोई भी पेड़ आग लगने के बाद ज्यादा से ज्यादा 2 या 3 दिन में जल कर राख हो जाता है।
वहीं कैलिफोर्निया का ये पेड़ पिछले डेढ़ साल से आग में जल रहा है। इसे देखकर कई वैज्ञानिक हैरान हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 2020 में कैलिफोर्निया के जंगलों में बड़ी भयंकर आग लगी थी। इस आग ने जंगल में डेढ़ लाख एकड़ जमीन पर फैले लाखों पेड़ों को जला कर राख कर दिया था।
हाल ही में नेशनल पार्क सर्विस स्टाफ का एक दल इस जंगल में आग से हुई तबाही का जायजा लेने पहुंचा।इस दौरान उन्होंने जब सिकुआ के एक पेड़ को देखा, तो उन्हें अपनी आंखों पर यकीन नहीं हुआ। इस पेड़ से धुंए के ऊंचे-ऊंचे गुब्बारे ऊपर आसमान में उठ रहे थे। पेड़ की जांच करने के लिए उन्होंने उसे लॉन्ग कैमरे के लेंस से देखा। कैमरे से देखने के बाद इस बात का पता चला कि सिकुआ का ये पेड़ काफी पुराना है और पिछले डेढ़ साल से आग में सुलग रहा है।
इस पेड़ के इतने लंबे समय से सुलगने की जानकारी जब वैज्ञानिकों को मिली तो इसे सुनकर वह काफी हैरान हुए। बाद में उन्होंने इसकी जांच करके बताया कि सिकुआ का ये पेड़ पिछले साल लगी आग के चलते पूरी तरह जल नहीं पाया था। इस पेड़ के अंदर के अंगारे इसे काफी धीरे-धीरे जला रहें हैं। वहीं ऊपर से ये पेड़ अब तक जला नहीं है।
वैज्ञानिकों का कहना है कि बारिश के चलते यह पेड़ अब तक ऊपर से नहीं जल पाया है। इस इलाके में सर्दियों के समय काफी बर्फबारी होती है। इसी बर्फबारी ने इस पेड़ को पूरी तरह से जलने से बचाया। गौरतलब बात है कि चूल्हे के अंदर जैसे आंच जलती है, वैसे ही यह पेड़ भी अंदर ही अंदर जल रहा है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस पेड़ का वैज्ञानिक नाम जिआंट सेकअुआ है।
आपको जानकर आश्चर्य होगा लेकिन सिकुआ के पेड़ के उगने में आग का एक अहम योगदान होता है। जब कभी आग की लपटें पेड़ की शाखाओं पर पहुंच कर उसे जलाती हैं तो वहां पर जमे हुए नम शैल पिघलकर खुलने लगते हैं। इस कारण उसके अंदर से सिकुआ के कई बीज जमीन पर गिर जाते हैं। यही बीज आगे चलकर नए पेड़ के रूप में तैयार होते हैं।
सिकुआ के इस पेड़ की चर्चा हर ओर हो रही है। वहीं कई विशेषज्ञ इस पेड़ को यूं जलते हुए देख काफी चिंतित हैं। उनका कहना है कि पेड़ का यूं जलना इस बात का सबूत है कि इस इलाके में काफी गर्मी और सूखा है। अगर कभी दोबारा इस जंगल में चिंगारी फैलती है, तो एक भयानक आग फिर से जन्म ले सकती है।