गौरव अग्रवाल की रिपोर्ट
ब्लैक फंगस की दवाइयों को लेकर एक राहत भरी खबर मेरठ से आ रही है ।मेरठ के लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज में ब्लैक फंगस के लिए भरपूर दवाइयां मौजूद हैं। लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल ज्ञानेंद्र कुमार की माने तो मेडिकल कॉलेज में भर्ती मरीजों के सापेक्ष दवाइयों का स्टॉक बरकरार है ।इसके अलावा लखनऊ से आज फिर दवाइयों का एक लॉट मेरठ के लिए रवाना होगा।
वोनाज़ ,अम्फहोनेक्स समेंत ऐसी कई दवाइयां हैं जिनकी बाजार में कमी बनी हुई है
।पिछले कई दिन से ब्लैक फंगस की बीमारी में इस्तेमाल होने वाली दवाइयों के मार्केट से गायब होने की खबरें तेजी से फैल रही थी।
ज्ञानेंद्र कुमार ,प्रिंसिपल लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज
इन सब खबरों पर विराम लगाते हुए प्रिंसिपल ज्ञानेंद्र कुमार ने कहा कि तीमारदारों को परेशान होने की जरूरत नहीं है ।मेरठ के मेडिकल कॉलेज में ब्लैक फंगस से पीड़ित 55 मरीजों को भर्ती कराया गया है। जिनके लिए जरूरी दवाइयों का स्टॉक बना हुआ है। इसके अलावा उन्होंने बताया कि ब्लैक फंगस ट्रीटमेंट के लिए अलग से एक वार्ड बनाया गया है ।जिसके लिए डॉक्टरों की टीम को भी गठित कर दिया गया है ।इसके अलावा अहम बात यह भी है कि रोजाना ब्लैक फंगस से पीड़ित मरीजों के ऑपरेशन किए जा रहे हैं ।जिनमें से कई मरीज स्वस्थ भी हो रहे हैं। मेरठ के प्राइवेट अस्पतालों में भर्ती मरीजों के लिए अभी दवाइयों के अभाव की शिकायतें हैं अभी मिल रही हैं। कई तीमारदारों ने दावा किया है कि जो दवाइयां डॉक्टर ने मंगवाई हैं वह मार्केट से गायब हैं। ऐसे में मरीजों की जान भगवान भरोसे है।
आपको बता दें कि मेरठ में ब्लैक फंगस के मरीजों का आंकड़ा 106 पार कर चुका है। जिसमें से कई लोगों की मौतें भी हो चुकी हैं। हालांकि एक्टिव केसों की संख्या 64 है। अच्छी खबर यह है कि इलाज के बाद काफी मरीज ठीक भी हो रहे हैं। और ठीक होकर अपने घर वापस जा रहे हैं. ऐसे में घबराने की आवश्यकता नहीं है