गौरव अग्रवाल की रिपोर्ट
स्टोरी -मेरठ मेडिकल कॉलेज में संतोष कुमार की मौत के मामले में 8 लोगो पर गिरी गाज,कोविड ब्लॉक प्रमुख सस्पेंड,कोरोना मरीज की मौत के बाद लावारिस बताकर किया था अंतिम संस्कार
मेरठ मेडिकल कॉलेज में संतोष नाम के कोरोना मरीज की मौत के बाद उसे लावारिस बताकर अंतिम संस्कार करने के मामले में कोविड ब्लॉक के अधीक्षक सहित 8 लोगो पर गाज गिरी है ।
इसके अलावा इससे पहले संविदा पर कार्यरत डॉक्टर उत्कर्ष कौशिक की सेवाएं समाप्त की थी। वो एसोसिएट प्रोफेसर (स्किन) थे। उनकी ड्यूटी के दौरान ही संतोष की मृत्यु हुई थी। मैटर्न अनीता को भी कोविड से हटाकर कार्यालय में सम्बद्ध किया है। इस मामले मे इनके अलावा पांच अन्य स्टाफ की वेतन वृद्धि और एक माह का वेतन भी काटा गया है।
बाइट -ज्ञानेंद्र चौहान,प्रिंसिपल, एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज
इस मामले की जांच कर रही तीन सदस्य समिति ने प्राचार्य को अपनी रिपोर्ट सौंपी थी।
आपको बता दें कि मेरठ के एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज में लापरवाही की इंतहा हुई थी, जिस संतोष कुमार (64) को उनके परिजन तलाश रहे थे, उनकी मृत्यु तो भर्ती करने के तीसरे ही दिन ही हो गई थी। अंतिम संस्कार भी अज्ञात में कर दिया गया था।
परिजनों को इसकी भनक तक नहीं दी गई थी, बल्कि उनको 10 दिन बाद तक भी यही बताते रहे थे कि वो जिंदा हैं और उनका इलाज चल रहा है। जांच के दौरान पता चला है कि संतोष कुमार की दो दिन बाद ही मौत हो गई थी। वो बरेली के थे औऱ गाजियाबाद में बेटी के पास रह रहे थे। कोविड होने पर 21 अप्रैल को मेडिकल में भर्ती किया गया था. गौरतलब है कि हमने इस संदर्भ में पहले भी न्यूज़ स्टोरी लिखी थी जिसमें संतोष कुमार की बेटी ने उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री योगीआदित्यनाथ से इंसाफ के लिए गुहार लगाई थी .