वीएस चौहान की रिपोर्ट
उत्तराखंड के सीएम तीरथ सिंह रावत हमेशा सुर्खियों में रहते हैं. चाहे कारण कुछ भी हो. अक्सर उनके बयान उन को सुर्खियों में ला देते हैं. हालांकि उनके बयान किसी के लिए गलत नहीं होते हैं. उस बयान के पीछे उनकी मंशा भी गलत नहीं होती है किसी को भावनात्मक ठेस पहुंचाने के भी मनसा नहीं होती, लेकिन उनके बयान कभी-कभी उन्हें सुर्खियों में ला देते हैं. मुख्यमंत्री जी के लिए वह कहावत ठीक रहेगी” मैं देर करता नहीं देर हो जाती है” ऐसे ही “मैं गलत बोलता नहीं निकल जाता है”
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की शनिवार को एक बार फिर जुबान फिसल गई। आक्सीजन और वैक्सीन को लेकर सीएम तीरथ रावत का एक बयान आज सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो गया। शनिवार को गोपेश्वर में मीडिया कर्मियों से आक्सीजन की उपलब्धता की जानकारी देते सीएम कह गए कि 18 से 44 साल आयु वाले नौजवानों को भी आक्सीजन लगनी शुरू हो गई है। हालांकि तत्काल ही उन्होंने गलती सुधारते हुए वैक्सीन कह दिया। लेकिन, दोपहर कुछ सोशल मीडिया यूजर ने मीडिया से बातचीत के वीडियो में सीएम के ऑक्सीजन तक के बयान को लेते हुए छह सेकेंड का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया।
इस वीडियो पर काफी तीखे कमेंट आने लगे तो सीएम समर्थकों ने तत्काल ही सच्चाई सामने रखी। समर्थकों समेत कई लोगों ने सीएम का दो मिनट 30 सेंकेंड का वीडियो जारी किया। कहा कि वीडियो में सीएम मीडिया से प्रदेश में आक्सीजन की उपलब्धता पर चर्चा कर रहे हैं। इसी बीच वैक्सीन का जिक्र आने पर उन्होंने पहले आक्सीजन कहा और तुंरत भी बयान सुधारते हुए वैक्सीन बोला।