यह ऐसा कठिन समय चल रहा है जब लोग फेफड़ों और श्वास संबंधी समस्याओं से बहुत अधिक परेशान हो रहे हैं, घबरा रहे हैं। ऐसे में बहुत जरूरी है कि शरीर पर ध्यान दिया जाए। यदि आपको लगता है कि आपको भारीपन लग रहा है या सांस लेने में थोड़ी ऊर्जा खर्च करना पड़ रही है तो आप अपने आहार में इन चीजों को शामिल कर सकते हैं और यूं भी आप फेफड़ों को स्वस्थ रखने के लिए यदि इन चीजों का सेवन करेंगे तो आपके फेफड़ों को लाभ ही पहुंचेगा फेफड़ों को स्वस्थ रखने के लिए योगा भी बड़ा महत्वपूर्ण है
फेफड़ों को स्वस्थ रखने के लिए इस समय बहुत आवश्यक है कि अदरक की चाय का सेवन किया जाए। गर्मियों में यदि अदरक आपको सूट नहीं करता है तो थोड़ी मात्रा में इसका सेवन करें पर इसको पिएं जरूर। अदरक में एंटी इंफ्लामेंट्री तत्व पाए जाते हैं जो कि फेफड़ों तक पहुंचे हानिकारक तत्वों को समाप्त करने में सहायता करते हैं, ऐसे में यदि प्रतिदिन अदरक की चाय का सेवन किया जाए तो किसी प्रकार के नुकसान पहुंचाने वाले तत्व फेफड़ों में टिक नहीं पाते हैं।
अपने फेफड़ों को स्वस्थ रखने के लिए सलाद में गाजर को अवश्य शामिल करें या सप्ताह में एकबार गाजर की सब्जी जरूर खाएं। गाजर में भी अदरक की तरह ही एंटी इंफ्लामेंट्री तत्व पाए जाते हैं, साथ ही इसमें विटामिन सी और ए भी होते हैं जो कि फेफड़ों की सेहत के लिए बहुत अच्छे होते हैं। गाजर खाने से श्वास संबंधी समस्याओं में राहत मिलती है। ताजा गाजर का सेवन करें क्योंकि यह आपको अधिक लाभ पहुंचाएगा।
चिकित्सक उन मरीजों को भी अनार खाने की सलाह देते हैं जिन्हें कि फेफड़ों का कैंसर होता है क्योंकि यह एक ऐसा फल है जो कि अनार फेफड़ों को साफ करने का कम करता है। ऐसे में बुरे जीवाणुओं में प्रदूषण कणों को अनार के सेवन से फेफड़ों से निकाला जा सकता है इसलिए अनार के दानों का सेवन करें या फिर इसका ताजा जूस बनाकर एक गिलास रोज पिएं। ऐसा करने से आपके फेफड़े एकदम स्वस्थ रहेंगे, साथ ही श्वास संंबंधी समस्याएं भी दूर रहेंगी।
फेफड़ों से संबंधित कोई समस्या न हो इसके लिए बहुत आवश्यक है कि आप अपने भोजन में लहसुन को शामिल करें क्योंकि इसके सेवन से फेफड़े तो मजबूत होते हैं ही, साथ ही रोग-प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है। लहसुन एंटीफंगल ओर एंटीऑक्सीडेंट तत्वों से भरपूर होता है जो कि फेफड़ों को साफ रखने का कार्य करता है। अधिक लाभ के लिए आप एक लहसुन की कली तवे पर भुनकर भी खा सकते हैं। इससे कोई नुकसान नहीं होगा।
यह सभी जानकारी सामाजिक ज्ञान और बुजुर्गों की सलाह पर आधारित है इसलिए डॉक्टर की सलाह आवश्यक है