उत्तराखंड परिवहन महासंघ ने सूबे के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की ओर से वाहनों के किराये में वृद्धि न किए जाने के बयान पर अपना कड़ा विरोध जताया है। महासंघ के अध्यक्ष सुधीर राय ने विरोध जताते हुए कहा कि शासन ने पूर्व में हमसे जानकारी मांगी गई थी कि यदि गत वर्ष की भांति इस वर्ष कोरोना काल में यात्री किराया ना बढ़ाया जाए तो वाहनों का संचालन किस तरह हो सकता है। जिस पर हमाने शासन को अवगत करा दिया गया था कि यदि सरकार डीजल में राज्य सरकार वेट छोड़ दे तो वाहन स्वामियों को सस्ता डीजल मिलने से लागत में कमी आएगी। वाहन स्वामियों को क्षतिपूर्ति के रूप में कम से कम 15000 रुपये प्रतिमाह देय हो, वाहनों का टैक्स माफ हो, चालक परिचालकों को कम से कम रुपये 5000 प्रतिमाह दिया जाए। तब जाकर वाहन 50 प्रतिशत क्षमता पर बिना किराया वृद्धि के संचालित हो सकता है। परंतु शासन ने बिना इस पर गौर किए ही किराया वृद्धि न होने का फरमान जारी कर दिया।