मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा है कि अभी उनका फोकस हरिद्वार महाकुंभ और चारधाम यात्रा पर है। दायित्वधारी बनाए जाएंगे या नहीं, अभी इस पर सोचा ही नहीं है। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहां कि दायित्वों का आवंटन उनकी बड़ी प्राथमिकता नहीं है। सरकार का पहले हरिद्वार महाकुंभ और अगले माह से शुरू होने जा रही चारधाम यात्रा पर फोकस है। तीनों शाही स्नान कोविड के नियमों का पालन करते हुए कुशलता से संपन्न हों, इसी पर काम किया जा रहा है। उन्होंने का कि अगले माह से चारधाम यात्रा शुरू हो रही है, चारधाम रूट पर पानी, बिजली, सड़क और स्वास्थ्य सुविधाएं दुरुस्त व बेहतर हों, संबंधित जिलाधिकारियों को निर्देश दिए जा चुके हैं। वे खुद ही इसकी मानिटरिंग कर रहे हैं। चूंकि, उत्तराखंड में पर्यटन व तीर्थाटन सीधे-सीधे आर्थिकी से जुड़ा है इसीलिए सरकार पूरे साल पर्यटन की गतिविधियों को सुचारु रखने के लिए प्लान बना रही है।
भाजपा के सूत्रों कहना है कि यदि दायित्व बंटेंगे तो संख्या सीमित ही रखी जाएगी। दायित्वों को लेकर संगठन व सरकार में पहले चर्चा होगी। इस पर भाजपा हाईकमान से राय भी ली जाएगी। चूंकि, सरकार के पास वक्त कम है। ऐसे में अल्प समय के लिए ज्यादा लालबत्तियां बांटने के पक्ष में सरकार भी नहीं है। सिर्फ जो जरूरी ओहदे हैं, उनमें वरिष्ठ और समर्पित कार्यकर्ताओं को एडजस्ट किया जा सकता है