क्लेमेनटाउन क्षेत्र में केंद्रीय विद्यालय दोबारा खोले जाने की मांग जोर पकड़ने लगी है। बता दें, 2005 तक यहां सेना की बैरकों में विद्यालय चलाया जा रहा था। पर सेना द्वारा अपनी बैरक खाली कराने पर विद्यालय बंद हो गया। छावनी परिषद क्लेमेनटाउन के सभासदों ने इस विषय पर मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक से नई दिल्ली में मुलाकात की।
छावनी परिषद के उपाध्यक्ष सुनील कुमार ने कहा कि वर्ष 2005 में तत्कालीन सरकार ने क्लेमेनटाउन अंर्तगत इन्द्रपुरी फार्म क्षेत्र में केंद्रीय विद्यालय लिए लगभग 40 बीघा भूमि अधिग्रहित की थी। जिस पर आज तक भी निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं हो सका है। भाजपा सभासद व छावनी परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष भूपेंद्र सिंह कंडारी ने कहा कि देश के छोटे से छोटे सैन्य स्टेशन में केंद्रीय विद्यालय खोले गए हैं।
क्लेमेनटाउन क्षेत्र में भारतीय सेना का एक महत्वपूर्ण सैन्य डिविजन है जहां हजारों की संख्या में कार्यरत सैनिक व भूर्तपूर्व सैनिकों के परिवार रहते हैं। जिनको बच्चों को अच्छी शिक्षा के लिए कई किलोमीटर दूर के स्कूलों में भेजना पड़ता है। सभासदों की मांग स्वीकारते हुए निशंक ने कहा कि उक्त भूमि से संबंधित पत्रवलियां देखकर शीघ्र विद्यालय का कार्य प्रांरभ किया जाएगा। इस दौरान सभासद मोहम्मद तासीन अली, बीना नौटियाल, रामकिशन यादव, टेकबहादुर व शाहीना अख्तर मौजूद रहीं।
प्रतिबंधित क्षेत्र का मामला उठाया
छावनी परिषद की सभासद बीना नौटियाल, राम किशन यादव व टेक बहादुर ने उनके वार्डो में ब्रिटिशकाल से निर्माण पर लगाए गए प्रतिबंध का मामला मानव संसाधन विकास मंत्री के सम्मुख रखा। उन्हें बताया कि डकोटा, छोटा भारूवाला, मोथरोवाला, दौड़वाला व इंद्रपुरी फार्म में भूस्वामियों की निजी भूमि है। पर प्रतिबंध के कारण वह यहां निर्माण नहीं कर सकते। निशंक ने कहा कि वह शीघ्र इस विषय पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से व्यक्तिगत रूप से मिलकर बात करेंगे। वर्षो पुरानी इस समस्या का निस्तारण जल्द किया जाएगा।
सीवर लाइन के लिए भी जल्द जारी होगा बजट
सभासदों ने छावनी परिषद क्षेत्र में सीवर लाइन के निर्माण का मसला भी उठाया। जिस पर निशंक ने उन्हें आश्वस्त किया कि वह इस वित्तीय वर्ष में छावनी परिषद कार्यालय को सीवर लाइन के लिए धनराशि उपलब्ध करा देगें।
पेयजल लाइन के लिए जताया आभार
क्लेमेनटाउन कैंट के सभासदों ने निशंक को एक धन्यवाद पत्र भी सौंपा। जिसमें क्षेत्र की पेयजल योजना के लिए उनका आभार जताया गया है। उनके प्रयास से ही क्लेमेनटाउन कैंट क्षेत्र में पेयजल योजना का कार्य चल रहा है।