मौसम विभाग ने मंगलवार और बुधवार को बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है।

SAURABH CHAUHAN FOR NEWS EXPRESS INDIA

देहरादून में पिछले कई घंटों से झमाझम बारिश हो रही है। वहीं मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार अगले दो दिन भारी वर्षा का सिलसिला बना रह सकता है।

देहरादून, पौड़ी, टिहरी, नैनीताल, चंपावत व बागेश्वर में कहीं-कहीं भारी वर्षा को लेकर आरेंज अलर्ट जारी किया गया है। अन्य जनपदों में भी गरज-चमक के साथ तीव्र बौछारें होने के आसार हैं।

राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र ने भारी वर्षा के कारण हरिद्वार व नैनीताल में नदियों के जल स्तर में लगातार हो रही वृद्धि के मद्देनजर सावधानी बरतने के निर्देश दिए हैं। उप सचिव व ड्यूटी आफिरसर विवेक कुमार जैन की ओर से दोनों जिलाधिकारियों को उचित प्रबंधन करने के दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।

बाणगंगा (रायसी) हरिद्वार जो खतरे के निशान के ऊपर प्रदर्शित हो रही है और दोसनी (सोलानी नदी) रुड़की का भी चेतावनी स्तर से ऊपर प्रवाह हो रहा है। इसके अलावा कोसी (बेतालघाट) नैनीताल चेतावनी स्तर से ऊपर प्रवाहित हो रही है। जिसे देखते हुए दोनों जिलों में विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है।

प्रत्येक स्तर पर तत्परता व सुरक्षा बनाए रखते हुए आवागमन में नियंत्रण रखें। किसी भी आपदा-दुर्घटना की स्थिति में त्वरित स्थलीय कार्रवाई करते हुए सूचनाओं का तत्काल आदान-प्रदान किया जाए।

गंगोत्री हाईवे पर गंगनानी के पास सोमवार को भारी बारिश के कारण मलबा आ गया। जिससे एक टेंपो ट्रैवलर सहित दो छोटे वाहन दब गए। इस हादसे में एक महिला की मौत हो गई। एक महिला यात्री समेत छह लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। बारिश के चलते गंगोत्री हाईवे पर बंदरकोट में भूस्खलन होने से सड़क पर बोल्डर आ गए इसके चलते रास्ता बंद हो गया है। पिछले दो-तीन दिनों से लगातार बारिश होने की वजह से हाइवे बार-बार बाधित हो रहा है और यात्रियों को भी परेशानी उठानी पड़ रही है।

उधर सोमवार देर शाम जोशीमठ मलारी हाईवे पर जुम्मा नाले में बाढ़ जैसी स्थिति नजर आई। धौली गंगा का जलस्तर बढ़ने से ग्रामीणों में दहशत दिखाई दी। चीन सीमा पर नीति घाटी के उच्च हिमालई क्षेत्रों में अतिवृष्टि से जुम्मा नाले में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई।

नाले में मलबे के साथ भारी बोल्डर भी बहकर आए। एक भारी-भरकम बोल्डर जोशीमठ-मनाली हाईवे पर जुम्मा गांव के पास स्थित मोटर ब्रिज के नीचे अटक गया जिससे ब्रिज को भी खतरा उत्पन्न हो गया है। जोशीमठ से करीब 50 किलोमीटर दूर जुम्मा नाले में सोमवार की शाम अचानक पानी बढ़ गया जिससे ग्रामीणों में अफरा-तफरी मच गई।

प्रत्यक्षदर्शी शैलेंद्र रावत के अनुसार शाम को अचानक नाले में बाढ़ आ गई। भारी मात्रा में मलबे के साथ पानी बहकर आया। जबकि उस दौरान जुम्मा क्षेत्र में कहीं भी बारिश नहीं हो रही थी। जिससे अनुमान लगाया जा रहा है कि नाले के उद्गम क्षेत्र में अतिवृष्टि के कारण ऐसा हुआ है।

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