मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि दरारें पड़ने के कारण जोशीमठ नगर को लंबे अंतराल तक अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़नी पड़ी, परंतु अब पूरी तरीके से सुरक्षित है।

SAURABH CHAUHAN FOR NEWS EXPRESS INDIA

लंबे अंतराल तक दरारों से झुलसे तीर्थाटन और पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण नगर जोशीमठ अब धीरे-धीरे दरारों के जख्मों से उभर रहा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जोशीमठ में आयोजित औली मैराथन को हरी झंडी देते हुए देश-विदेश के तीर्थ यात्रियों एवं पर्यटकों से और अधिक संख्या में जोशीमठ का रुख करने की अपील की है।

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि दरारें पड़ने के कारण निसंदेह जोशीमठ नगर को एक लंबे अंतराल तक अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़नी पड़ी, परंतु अब जोशीमठ नगर पूरी तरीके से सुरक्षित है। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि वह निरंतर भगवान नरसिंह और मां दुर्गा से प्रार्थना कर रहे थे कि जोशीमठ पर आए इस संकट से जल्द ही निजात मिल जाए, और ईश्वर कृपा से जोशीमठ अब पूरी तरह से सुरक्षित है। जोशीमठ में किसी प्रकार का खतरा नहीं है।

उल्लेखनीय है कि जोशीमठ में सुरक्षित जोशीमठ का संदेश देने के लिए औली मैराथन का शुभारंभ नरसिंह मंदिर से शनिवार को मुख्यमंत्री की हरी झंडी से हो गया है। इस मैराथन रैली को हरी झंडी देने के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी युवाओं के उत्साहवर्धन के लिए कुछ दूर तक युवाओं के साथ दौड़ते हुए भी दिखाई दिए। साथ ही मुख्यमंत्री ने भारत माता की जय भगवान बद्री विशाल की जय के जय घोष भी किए। यह मैराथन रविवार को विश्व प्रसिद्ध पर्यटन केंद्र औली की ढलानो में संपन्न होगी। इस मैराथन में प्रतिभाग करने के लिए देश के कई राज्यों और उत्तराखंड के कई जिलों से एथलीट पहुंचे है।यह एथलीट हनुमान चट्टी से होते हुए लाम बगड़, पांडुकेश्वर गोविंदघाट, विष्णुप्रयाग जोशीमठ से दौड़ते हुए औली पहुंचेंगे जहां इस मैराथन का समापन होगा। इतिहास में पहली बार आयोजित हो रही इस औली मैराथन में कई सैकड़ों बच्चे, महिलाएं प्रतिभाग करेंगे

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