दिल्ली में ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित मरीज़ों की संख्या में 20 में से 18 ओमिक्रॉन मरीजों में एक भी लक्षण नहीं, एक भी ओमिक्रॉन मरीज को नहीं पड़ी ऑक्सीजन की जरूरत.

Mukesh Kumar for NEWS EXPRESS INDIA

दिल्ली में ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित मरीज़ों की संख्या में लगातार इज़ाफ़ा हो रहा है. देश की राजधानी में मिले ओमिक्रॉन मरीज़ों का इलाज सेंट्रल दिल्ली के लोक नायक जय प्रकाश अस्पताल में डॉक्टर्स की टीम कर रही है.

20 में से 18 ओमिक्रॉन मरीजों में एक भी लक्षण नहीं

LNJP अस्पताल के डायरेक्टर सुरेश कुमार ने बताया कि अबतक साउथ अफ्रीका या यूरोप से WHO का जो डेटा आया है उसके मुताबिक ओमिक्रॉन के मरीज हल्के लक्षण वाले होते हैं. LNJP अस्पताल में अब तक भर्ती हुए 20 मरीजों में से 18 मरीजों में बिल्कुल भी लक्षण नहीं थे जबकि 2 मरीजों में लक्षण पाए गए हैं. इन 18 ओमिक्रॉन मरीजों को न बुखार था, न सांस लेने में दिक्कत थी और न कोई अन्य लक्षण पाया गया है.

ओमिक्रॉन से संक्रमित हुए 10 मरीज अस्पताल से डिस्चार्ज

ओमिक्रॉन मरीजों का इलाज कर रही डॉक्टर्स की टीम की रिपोर्ट के आधार पर डॉ सुरेश कुमार ने बताया कि ओमिक्रॉन के 2 मरीजों में मामूली लक्षण पाए गए हैं. इनमें से एक ओमिक्रॉन मरीज को बुखार, गले मे दर्द और कमजोरी थी, जबकि इस मरीज़ का ब्लड प्रेशर और ऑक्सीजन लेवल सामान्य था. दूसरे ओमिक्रॉन मरीज को दस्त की परेशानी थी और हल्का बुखार हुआ था. दोनों ही ओमिक्रॉन मरीजों का कोरोना प्रोटोकॉल के तहत ही इलाज किया गया और ये मरीज़ 3 दिन में ठीक भी हो गए थे, अब इन्हें डिस्चार्ज भी कर दिया गया है. अब तक ओमिक्रॉन से संक्रमित हुए 10 मरीज LNJP अस्पताल से डिस्चार्ज किए जा चुके हैं. इन ओमिक्रॉन मरीजों के ब्लड टेस्ट के अलावा एक्स- रे किया गया लेकिन रिपोर्ट्स सामान्य ही पाई गईं.

ज्यादातर मरीजों को अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं’

आगे LNJP अस्पताल के डायरेक्टर सुरेश कुमार ने कहा कि ओमिक्रॉन मरीजों के इलाज से ये तथ्य सामने आया है कि ज्यादातर मरीजों को अस्पताल में भर्ती करने की आवश्यकता नहीं होगी. क्योंकि ओमिक्रॉन मरीजों में वैसी समस्या नहीं देखने मिल रही है जैसी कोरोना की दूसरी लहर में डेल्टा वेरिएंट की वजह से देखने को मिली थी. ओमिक्रॉन मरीजों में सांस लेने की, कफ की, तेज बुखार की समस्या नहीं है.

एक भी मरीज को नहीं पर ऑक्सीजन या ICU की जरूरत’

उन्होंने कहा कि- देश भर में कोरोना की दूसरी लहर का आतंक डेल्टा वेरिएंट था, और अस्पताल से लेकर मरीजों के परिजन ऑक्सीजन के लिए दर- दर भटकते नजर आए थे. लेकिन ओमिक्रॉन वेरिएंट से खतरे के सवाल पर जब जवाब मिला तो राहत नज़र आ रही है. डॉ सुरेश कुमार ने बताया कि LNJP अस्पताल में भर्ती हुए सभी 20 ओमिक्रॉन मरीजों में से एक भी मरीज को ऑक्सीजन, ICU या लाइफ सपोर्ट की जरूरत महसूस नहीं हुई हैस जबकि इससे पहले मरीजों को ICU की ज़रूरत महसूस होती थी.

वैक्सीन की दोनों डोज ली तो कम रहेगा खतरा’

इसके अलावा ओमिक्रॉन मरीजों के वैक्सीनेशन स्टेटस के बारे में बताते हुए डॉ सुरेश कुमार ने कहा कि 20 ओमिक्रॉन मरीजों में से 18 मरीजों ने वैक्सीन के दोनों डोज लगवाए हैं जबकि 2 मरीजों ने वैक्सीन का एक डोज ही लगवाया है. डायरेक्टर ने कहा कि अगर वैक्सीन की दोनों डोज लगवाई है तो मरीज को गंभीर समस्याएं नहीं होंगी, न ICU में जाना पड़ेगा, ऑक्सीजन लेवल सामान्य रहेगा और ओमिक्रॉन हुआ भी तो जल्द ही ठीक हो जाएंगे.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *