ओमिक्रॉन वेरिएंट के बढ़ते खतरे के बीच गौतमबुद्ध नगर से हैरान करने वाली खबर.

Nimish  Kumar for NEWS EXPRESS INDIA

देश में कोविड के ओमिक्रॉन वेरिएंट के बढ़ते खतरे के बीच गौतमबुद्ध नगर से हैरान करने वाली खबर सामने आई है. दरअसल जानकारी के मुताबिक बीते 21 नवंबर से जिले में कुल 3187 यात्री विदेशों से लौटे हैं लेकिन उनमें से सिर्फ 90 लोगों की कोविड जांच हुई है. यही हाल पड़ोसी जिले गाजियाबाद का भी है. यहां भी 2362 यात्रियों में से सिर्फ 367 की जांच हुई है. अधिकारियों का मानना है कि इस धीमी रफ्तार के पीछे खुद लोग ही जिम्मेदार हैं.

टेस्टिंग की धीमी रफ्तार की वजह खुद यात्री

टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, गौतमबुद्ध नगर के प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया है कि टेस्टिंग की इस धीमी रफ्तार की वजह खुद यात्री ही हैं, जो जांच कराने में लापरवाही बरत रहे हैं. मामले को लेकर जिले के चीफ मेडिकल ऑफिसर (CMO) डॉ. सुनील कुमार शर्मा ने बताया कि सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक ‘ऐट रिस्क’ कैटेगरी वाले देशों से आने वाले सभी यात्रियों की 7 दिन के बाद टेस्टिंग अनिवार्य है. वहीं उन्होंने यह भी बताया कि अभी हाल में ही हमें लखनऊ से आदेश मिले हैं कि अब विदेश से आने वाले सभी यात्रियों की 7 दिन का क्वारेंटीन पीरियड खत्म होने के बाद टेस्टिंग की जाय.

टेस्टिंग की इस रफ्तार पर CMO ने बताया कि जांच के लिए लोग तैयार नहीं हो रहे हैं, फिर भी हम उन्हें काउंसल करके कोविड टेस्ट के लिए प्रयास कर रहे हैं. इसके अलावा उन्होंने यह भी बताया कि कई ऐसे भी यात्री हैं जिनको ट्रेस किया जाना बाकी है.

कोविड टेस्टिंग को लेकर गाजियाबाद के स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा है कि वे शुरू से ही सभी देशों से आने वाले यात्रियों की जांच करने वाले प्लान के अनुसार ही काम कर रहे हैं.

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