माइक टायसन बॉक्सिंग रिंग में आक्रामकता और पागलपन के लिए जाने जाते थे.बॉक्सिंग रिंग में जाने से पहले कुछ ऐसा करते थे. कि जानकर आप हैरान हो जाएंगे.

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लेजेंडरी बॉक्सर माइक टायसन बॉक्सिंग रिंग में अपनी आक्रामकता, आक्रोश और पागलपन के लिए जाने जाते थे. माइक टायसन जेल जा चुके हैं, अपने विरोधी का कान काट चुके हैं, इसके अलावा दुनिया के सबसे महानतम बॉक्सर मोहम्मद अली भी ये बात कह चुके हैं कि माइक टायसन उन्हें बॉक्सिंग रिंग में हरा सकते थे. अब टायसन की आक्रामकता को लेकर एक नया खुलासा हुआ है.

Mike Tyson sex life secrets: लेजेंडरी बॉक्सर माइक टायसन बॉक्सिंग रिंग में अपनी आक्रामकता, आक्रोश और पागलपन के लिए जाने जाते हैं. माइक टायसन की उम्र 55 साल है. माइक टायसन जेल जा चुके हैं, अपने विरोधी का कान काट चुके हैं, इसके अलावा दुनिया के सबसे महानतम बॉक्सर मोहम्मद अली भी ये बात कह चुके हैं कि माइक टायसन उन्हें बॉक्सिंग रिंग में हरा सकते थे. अब टायसन की आक्रामकता को लेकर एक नया खुलासा हुआ है. टायसन के पूर्व ड्राइवर रुडी गोंजालेज का कहना है कि टायसन के अंदर इतनी ऊर्जा भरी हुई रहती थी कि उन्हें अपने बॉक्सिंग मैच से पहले सेक्स करना पड़ता था. टायसन को डर था कि कहीं वे बॉक्सिंग रिंग में अपने विरोधी को जान से ना मार दें.

एक ट्रेन की तरह थे टायसन, सामने आने वालों को कुचल देते थे’

ब्रिटिश अखबार द सन के साथ बातचीत में गोंजालेज ने कहा कि माइक का एक खास सीक्रेट ये है कि उन्हें अपनी फाइट से पहले सेक्स करना पड़ता है. ड्राइवर होने के अलावा मेरा काम ये भी था कि मुझे बॉक्सिंग गेम से पहले उनके लिए ऐसी महिला को ढूंढना पड़ता था जो टायसन के साथ संबंध बनाने को तैयार हो. टायसन कहते थे कि अगर मैंने ऐसा नहीं किया तो मैं अपने विरोधी को मार डालूंगा. अपने सेक्स सेशन के बाद माइक थोड़ा शांत होते थे और अक्सर कहते थे कि चलो आज मेरा विरोधी मरने से बच जाएगा. सच कहूं तो टायसन एक रेलगाड़ी की तरह था जो सामने आने वाले किसी भी शख्स को खत्म करने के लिए तैयार रहता था.

55 साल के टायसन का डिफेंस शानदार था लेकिन उससे ज्यादा खतरनाक उनका आक्रमण था. वे अपने शुरुआती करियर के दौर में कुछ राउंड्स में ही अपने विरोधियों को चित कर दिया करते थे. टायसन का दबदबा ऐसा था कि उन्होंने 20 साल की उम्र में ही अपना पहला विश्व चैंपियनशिप बेल्ट जीत लिया था.

अपनी बेटी और कोच के काफी करीब थे टायसन

टायसन अपने कोच कस डिअमेटो के बेहद करीब थे. वे उन्हें अपना रोल मॉडल और पिता जैसा समझते थे. हालांकि साल 1985 में डिअमेटो की मौत हो गई थी. टायसन आज तक इस मौत के सदमे से उबर नहीं पाए. टायसन अपनी बेटी की मौत से भी लंबे समय तक सदमे में रहे. हालांकि उन्होंने कभी अपने आपको कमजोर नहीं पड़ने दिया और अपने इमोशन्स को अपनी ताकत बना लिया. टायसन अब पहले से कहीं ज्यादा शांत हो चुके हैं और इसका क्रेडिट वे कुछ प्राकृतिक ड्रग्स को देते हैं.

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