केंद्र और राज्य सरकार पर जमकर बरसे राकेश टिकैत

GAURAV AGARWAL KI REPORT

केंद्र सरकार के द्वारा बनाए गए कृषि कानून के विरोध में भारतीय किसान यूनियन के सैकड़ों कार्यकर्ता बीते 7 महीनों से ज्यादा के समय से भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत की अगुवाई में दिल्ली बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे हैं । भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत  शनिवार को मेरठ पहुंचे । इस दौरान उन्होंने मेरठ के बहुचर्चित केएमसी हॉस्पिटल में कोरोना काल में भर्ती हुए मरीजों की होने वाली मौतों पर कहा कि इस बात की जांच होनी चाहिए कि आखिर केएमसी हॉस्पिटल में इतने लोगों की मौत हुई कैसे । उन्होंने कहा कि लोगों ने अपने मरीज को रात के समय हॉस्पिटल में इलाज के लिए भर्ती कराया और सुबह भर्ती कराए गए मरीजों की मौत हो गई । उन्होंने कहा कि केएमसी हॉस्पिटल में मरने वालों का आंकड़ा 350 के पास कैसे पहुंचा । इस बात की जांच की जानी चाहिए ।उन्होंने कहा की केएमसी हॉस्पिटल में ये सारी मौतें 4 से 5 दिन के अंदर हुई है । इस बात की जांच सरकार को करनी चाहिए कि आखिर इतनी मौतें 4 – 5 दिन के भीतर कैसे हुई । उन्होंने कहा कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो वो केएमसी हॉस्पिटल पर प्रदर्शन करते हुए उसकी तालाबंदी भी करेंगे । वहीं कृषि कानून के मुद्दे पर उन्होंने कहा की सरकार को ये कृषि कानून वापस लेने पड़ेंगे । साथ ही उन्होंने कहा कि कृषि मंत्री कह रहे हैं कि बात कर ली जाए लेकिन कृषि मंत्री का कहना है कि कृषि कानून वापस नहीं होंगे । उन्होंने कहा कि ये तो सरासर गुंडा गर्दी है । उन्होंने कहा कि देश का किसान इतना कमजोर नहीं है कि वो बगैर अपनी बात मनवाए वापस चला जाएगा । उन्होंने कहा कि देश का किसान सम्मान के साथ बात करेगा ।उन्होंने कहा कि ये सारे कानून वापस होंगे और एमएसपी पर भी कानून बनेगा । उन्होंने कहा इसके अलावा जो मुद्दे होंगे उस पर कमेटी बनेगी । उन्होंने कहा कि अगर ऐसा नहीं होता तो किसानों ने दिल्ली घेर रखी है और उसे वो छोड़ने वाले नहीं है । उन्होंने कहा कि सरकार किसानों से बात करने के लिए कह रही है जिस पर वो भी राजी है लेकिन बात कंडीशनल नहीं होगी । उन्होंने कहा कि उन्हें सरकार से बातचीत करने की कोई जल्दी नहीं है फिर चाहे अगले साल ही इस मुद्दे पर सरकार से बात क्यों ना हो । उन्होंने कहा कि जब तक सरकार यह कहेगी कि बात कर ली जाए और कानून वापस नहीं होंगे तब तक वो सरकार से बात नहीं करेंगे । उन्होंने कहा कि किसानों ने एक नारा दे दिया है कि जब तक कानून वापस नहीं तब तक घर वापस नहीं और इसी नारे के तहत किसानों का आंदोलन जारी रहेगा फिर चाहे उसमें कितना ही समय क्यों ना लग जाए । वही बहुचर्चित आत्महत्या के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि यह दुखद घटना है और मृतक की कुछ वीडियो भी वायरल हुई है । उन्होंने कहा कि जो वीडियो वायरल हुई है उसमें एक वीडियो में मृतक ग्राम सरपंच के बारे में हां करवाने की बात कह रहा है । उन्होंने कहा कि इन दोनों ही वीडियो की जांच की जानी चाहिए । वहीं उन्होंने केएमसी हॉस्पिटल के मुद्दे पर कहा कि वो सरकार से बात करेंगे और अगर कुछ नहीं होता तो उस पर तालाबंदी होगी । वही पंचायत चुनाव के मुद्दे पर उन्होंने राज्य सरकार को भी घेरने का काम किया । उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव में भाजपा के प्रत्याशी ज्यादा तादात में नहीं जीते हैं फिर भी अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी के ही बनेंगे तो यह तो बंदूक के जोर पर पंचायत अध्यक्ष बनाना चाह रहे हैं । उन्होंने कहा कि सभी प्रत्याशियों के घर पर पुलिस लगातार जाकर दबाव बनाने का काम कर रही है । उन्होंने कहा कि पुलिस सरकार के दबाव में काम कर रही है । उन्होंने कहा कि सरकार बंदूक की ताकत पर राज करना चाहती है । वही उन्होंने प्रधानमंत्री पर भी कटाक्ष करते हुए कहा कि वो देश के आखरी बादशाह साबित होंगे । उन्होंने ये भी कहा कि यह लुटेरों के आखिरी बादशाह के रूप में साबित होंगे क्योंकि क्योंकि इन्होंने देश लूटने का काम किया है । उन्होंने कहा कि देश में घोटाले करके भागने वाली सारी कंपनियों में ज़्यादातर गुजरात की है । वहीं उन्होंने कहा कि आने वाली 26 तारीख को एक यात्रा निकलेगी । उन्होंने कहा कि 26 तारीख को वो सरकार के दिमाग से नहीं निकलने देंगे । उन्होंने यह भी कहा कि हर महीने की 26 तारीख को किसानों के द्वारा कुछ ना कुछ प्रदर्शन किया जाएगा । उन्होंने कहा कि वो देश और प्रदेश हर कोने में जाकर लोगों से अपील करेंगे कि वह इन्हें वोट ना दें फिर चाहे किसी को भी वोट क्यों ना देना पड़े । वहीं आगामी 2022 चुनाव के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि सरकार अभी गांव का रुख नहीं कर रही है गांव में सरकार जाकर अपनी हकीकत खुद तलाश लेगी क्योंकि गांव वाले लोग इन्हें तलाश कर रहे हैं । उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार जिला पंचायत अध्यक्ष ताकत के जोर पर बनाना चाह रही है जबकि लोग ऐसा नहीं चाह रहे हैं । वहीं उन्होंने कहा कि केएमसी हॉस्पिटल में मरने वालों के परिवार जब तक धरना देंगे वह उनके साथ रहेंगे और आगे की रणनीति भी इस मुद्दे पर तय की जाएगी ।


बाइट :- राकेश टिकैत ( राष्ट्रीय प्रवक्ता , भाकियू )

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