हिमालयिय विश्वविद्यालय में उच्च शिक्षा पर दो दिवसीय शिखर सम्मेलन का आयोजन, इस मौके पर महामारी के दौरान उच्च शिक्षा पर होने वाले प्रभावों, कोरोना महामारी के दौरान स्वाथ्य समंधित अनेक विषयों पर चर्चा की गई.

वीएस चौहान की रिपोर्ट
देहरादून/ डोईवाला, हिमालयीय विश्वविद्यालय में उच्च शिक्षा पर शनिवार और रविवार को दो दिवसीय शिखर सम्मेलन का ऑनलाइन आयोजन किया गया। शिखर सम्मेलन में करना महामारी के दौरान उच्च शिक्षा पर होने वाले प्रभावों, कोरोना महामारी के दौरान स्वाथ्य समंधित ध्यान रखने योग्य बातो पर देश भर से शिक्षाविदों द्वारा ऑनलाइन जुड़ कर अपने वक्तव्य रखे।
शिखर सम्मेलन का प्रारंभ डा मनीष पांडे, निदेशक द्वारा शिखर सम्मेलन से संबंधित विषयों की जानकारी देकर किया गया एवम देश भर से आए सभी अतिथि वक्ताओं का परिचय दिया गया।  निदेशक Dr मनीष पांडे के मुताबिक आजकल कोविड-19 कोरोना वायरस के कारण देश के हर राज्य में लोगों को इस बीमारी के कारण बहुत ही परेशानी का सामना करना पड़ रहा है ऐसे माहौल में लोगों में विश्वास पैदा करने की जरूरत है और स्वास्थ्य  संबंधी जानकारियां होना जरूरी है इस बीमारी से  घबराने के बजाएं इससे सुरक्षित रहने के उपाय  का पालन करना चाहिए.

इस कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि हिमालयीय विश्वविद्यालय के कुलाधिपति प्रो प्रदीप कुमार भारद्वाज द्वारा किया गया। उद्घाटन में प्रो भारद्वाज द्वारा कोरोना महामारी के दौरान उच्च शिक्षा सुनिश्चित करने हेतु सुझाव दिए एवम शिखर सम्मेलन आयोजित कर रहे कृषि विभाग एवम इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर टेक्निकल टीचर्स को बधाई संदेश दिया।

सम्मेलन के विशिष्ठ अतिथि प्रो जे पी पचोरी, उप कुलपति, हिमालयीय विश्वविद्यालय ने कोरोना महामारी के दौरान शिक्षा में आने वाली परेशानियों एवम किस तरह से शिक्षक एवम चारों के मध्य संपर्क हो विषय पर चर्चा की।
सम्मेलन के विशिष्ठ अतिथि प्रो राजेश नैथानी, प्रो वाइस चांसलर, हिमालयीय विश्वविद्यालय द्वारा कोरोना महामारी के दौरान प्रभावित शिक्षा हेतु सुधारों पर चर्चा की।
शिखर सम्मेलन में देश के प्रख्यात प्राध्यापकों एवम डॉक्टरों द्वारा कोरोना महामारी के दौरान खान पान एवम स्वाथ्या संबंधित ध्यान रखने हेतु बातो पर भी चर्चा की गई। शिखर सम्मेलन में जवाहर लाल नेहरू कृषि विश्वविधालय के प्रो एस एस शुक्ला, कर्नाटक स्टेट ओपन यूनिवर्सिटी मैसूर के डा टी एस हर्षा, एवम डा अनीथा, डायटिशियन डा अर्चना गुप्ता, गवर्नमेंट पी जी कॉलेज की डा पारुल शर्मा, आयुर्वेदिक डॉक्टर डा अनामिका, आई आई टी टी की निदेशक डा प्रीती पंत, श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय की डा मंजूषा त्यागी, एयर फोर्स गोल्डन जुबली इंस्टीट्यूट की डा वेलेंटाइन चौहान अमजा सर्विसेज प्रा लि की रोहेला हशमत, हिमालयीय विश्वविद्यालय के निदेशक प्रो चंद्र मोहन डोभाल, रजिस्ट्रार प्रो अनुज शर्मा आदि ने अपने व्याख्यान दिए एवम विभिन्न विषयों पर चर्चा की। शिखर सम्मेलन में डा संगीता अधिकारी, डा निशांत, डा प्रेमलता श्रीवास्तव, हर्षिता, तनुश्री, उपासना, सुमित, सृष्टि, सरिता, रिया जाग्रव, निष्ठा, मेघा, भाव्या आदि उपस्थित थे।

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