देखा जाता है कि लोग हाई बीपी की परेशानी को बेहद हल्के में लेते हैं। बता दें ये कई खतरनाक बीमारियों का जड़ हो सकता है। ऐसे में इसे कंट्रोल करना बेहद जरूरी है, एक्सपर्ट्स का मानना है कि कुछ फूड्स से दूरी बनाने में ही भलाई है। आइए जानते हैं –

वीर चौहान की रिपोर्ट

जिस प्रकार से low blood pressure ko को नियंत्रित करने के लिए योग ,दवाई और परहेज का सहारा लेते हैं इसी प्रकार से हाई ब्लड प्रेशर के लिए नियंत्रण करने के लिए योग और दिनचर्या में खाने पीने की चीजों का ध्यान रखना जरूरी है

देखा जाता है कि लोग हाई बीपी की परेशानी को बेहद हल्के में लेते हैं। बता दें ये कई खतरनाक बीमारियों का जड़ हो सकता है। ऐसे में इसे कंट्रोल करना बेहद जरूरी है, एक्सपर्ट्स का मानना है कि कुछ फूड्स से दूरी बनाने में ही भलाई है। आइए जानते हैं –

जो लोग उच्च रक्तचाप से ग्रस्त हैं उन्हें ज्यादा नमक खाने की सलाह नहीं दी जाती है। इससे ब्लड प्रेशर पर सीधा प्रभाव पड़ता है। बता दें कि जो नमक हम खाते हैं उसमें करीब 40 फीसदी सोडियम होता है जो शरीर में फ्लूईड रिटेंशन को बढ़ाता है। इससे बीपी लेवल अचानक बढ़ सकता है, आप चाहें तो नॉर्मल नमक की जगह लो सोडियम सॉल्ट का चुनाव कर सकते हैं।

मीठे पेय: हाई बीपी के मरीजों को ज्यादा मीठा पेय पीने की सलाह नहीं दी जाती है। कुछ ड्रिंक्स में कैलोरीज और सोडियम भी होता है जो कोलेस्ट्रॉल के साथ मोटापा भी बढ़ाता है। ये दोनों ही चीजें बीपी बढ़ाने के लिए जिम्मेदार मानी जाती हैं।

अचार: बीपी के मरीजों को अचार खाने से भी परहेज करना चाहिए। इसमें मसालों के साथ ही नमक की मात्रा भी अधिक होती है, इससे रक्तचाप का स्तर बढ़ जाता है।

चाय/कॉफी: हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को चाय-कॉफी से भी परहेज करना चाहिए। डॉक्टर्स बताते हैं कि जो लोग अधिक कॉफी पीते हैं, उनके शरीर में कॉर्टिसोल हार्मोन की मात्रा बढ़ती है जो तनाव पैदा करता है। बता दें कि बीपी बढ़ाने के प्रमुख वजहों में से एक स्ट्रेस भी है।

दवाई खाते हैं तो पपीते से रहें दूर: जो लोग बीपी की दवाइयां खाते हैं, उन्हें पपीता भूल से भी नहीं खाना चाहिए। ये दवाइयों के प्रभाव को कम करता है, साथ ही बीपी बढ़ाने के लिए भी जिम्मेदार होता है। इसके अलावा, पपीता में लेटेक्स नाम का तत्व पाया जाता है, जो शरीर में एलर्जी के कारकों को पैदा करता है।

 

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