वीएस चौहान की रिपोर्ट
देहरादून दिनांक 12 मार्च को बैंक कर्मचारियों और अधिकारियों द्वारा सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, ऐस्टले हाल पर एक विशाल प्रदर्शन किया गया । बैंक कर्मचारियों और अधिकारियों की सयुंक्त यूनियन के नेतृत्व में बैंक कर्मचारी सरकार द्वारा घोषित निजीकरण की घोषणा का विरोध कर रहे थे । इसी विरोध के चलते दिनांक 15 एवम 16 मार्च को अखिल भारतीय स्तर पर पूरी तरह हड़ताल रहेगी । श्रम आयुक्त द्वारा बुलाई गई समझौता वार्ता भी विफल होने से आगामी दो दिनों की हड़ताल और दो अवकाश होने के कारण आगामी चार दिनों तक पूरे देश में बैंकिंग व्यवस्था पूरी तरह ठप्प रहेगी । बैंकों के निजीकरण से बैंक कर्मचारियों के हितों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने के साथ साथ देश के आम जनों पर भी इसका विपरीत प्रभाव पड़ेगा । आज देश को क्लास बैंकिंग की नहीं बल्कि मास्स बैंकिंग की आवश्यकता है । इस आंदोलन को अन्य कर्मचारी संगठनों जैसे बीमा ,रेलवे, तथा अन्य पब्लिक सेक्टर यूनियनों का भी समर्थन प्राप्त है । इस अवसर पर श्री प्रमोद रंजन कुकरेती, श्री डी एन उनियाल, सुधीर रावत, जयंत चौहान, विकास ,अंकित यादव, सी के जोशी आदि बैंक कर्मचारी नेताओ ने सम्बबोधित किया ।