VS Chauhan for News Express India
10 मार्च 2024 को कुछ किसान संगठनों द्वारा रेल रोको की कॉल दी गई है, जिसको देखते हुए जिला अम्बाला में प्रशासन द्वारा पहले से ही धारा 144 सीआरपीस लगाई गई है। इस दौरान पाँच या पाँच से अधिक व्यक्तियो के एकत्रित होने की मनाही है।
इसको लेकर अंबाला पुलिस ने पहले ही अलर्ट जारी करते हुए लोगों को रेल रोको से दूर रहने की अपील की है। पुलिस का कहना है कोई भी व्यक्ति इस आन्दोलन के दौरान जानबुझ कर पाँच या पाँच से अधिक की संख्या में एकत्रित होता है या भाग लेता हुआ पाया जाता है
तो ऐसे व्यक्तियों के खिलाफ धारा 144 सीआरपीसी के आदेशों की अवहेलना करने के जुर्म में कानुनी कार्यवाही का सामना करते हुए जेल जाना पड सकता है।
अंबाला ASP सृष्टि गुप्ता ने कहा पुलिस की तरफ से इस कॉल से निपटने के वयापक प्रबंध किए गए हैं। ऐसे में लोग भी रविवार को गैर जरूरी यात्रा न करें।
उधर शंभू व खन्नौरी बाॅर्डरों पर आंदोलनरत संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) और भारतीय किसान मजदूर संघर्ष कमेटी ने केंद्र सरकार की ओर से पांच फसलों कपास, मक्का के अलावा अरहर, मसूर व उड़द की दालों पर पांच सालों के लिए एमएसपी की कानूनी गारंटी देने के फैसले को सिरे से रद कर दिया है।
उन्होंने कहा कि रेल रोको आंदोलन के लिए पूरी तैयारियां हो चुकी हैं। पंजाब के सभी जिलों में कई जगहों पर रेलें रोकी जानी हैं। किसानों के समर्थन में ट्रक यूनियन भी आगे आया है।
संयुक्त किसान मजदूर मोर्चा के आह्वान पर 10 मार्च को रेल यातायात रोको आंदोलन को सफल बनाने की तैयारी पूरी कर ली गई है। अमृतसर में किसानों की ओर से देवीदासपुरा, मजीठा, रईया, कत्थूनंगल, जैंतीपुर, कोटला गुजरां, पंधेर फाटक और जहांगीर में धरने दिए जाएंगे। इसी तरह भाकियू डल्लेवाल की ओर से गांव वल्ला के पास रेलवे फाटक के पास दोपहर 12 बजे से लेकर शाम चार बजे तक रेल यातायात रोका जाएगा।