उत्तराखंड पुलिस के DGP ने कहा है कि 8 फरवरी को हल्द्वानी में जो हिंसा हुई थी, वह सांप्रदायिक नहीं थी।

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उत्तराखंड पुलिस के DGP ने कहा है कि 8 फरवरी को हल्द्वानी में जो हिंसा हुई थी, वह सांप्रदायिक नहीं थी। लोगों को इस घटना को सांप्रदायिक रंग नहीं देना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम इस घटना को बहुत गंभीरता से ले रहे हैं। इस मामले में तीन FIR दर्ज की गई हैं।

उन्होंने ये भी कहा कि निर्दोष लोगों के खिलाफ एक्शन नहीं लिया जाएगा। पूरी कार्रवाई कानून के दायरे में की जा रही है। हम सभी जरूरी साइंटिफिक एविडेंस इकट्‌ठा कर रहे हैं। जिन आरोपियों का नाम हमारी जांच में सामने आएगा, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

दरअसल, 8 फरवरी को हल्द्वानी के बनभूलपुर इलाके में अतिक्रमण रोधी अभियान चलाया गया था, जिसके तहत एक अवैध इमारत को गिरा दिया गया था।

इसके बाद हजारों लोगों की भीड़ ने पत्थरों, पेट्रोल बम और अवैध हथियारों से पुलिस और निगम की टीम पर हमला कर दिया था। घटना के बाद हिंसा भड़क गई थी, जिसमें 6 लोगों की मौत हुई थी, जबकि पुलिस ने पांच आरोपियों को अरेस्ट किया था।

लोगों से जांच में सहयोग करने की अपील
DGP ने लोगों से पुलिस की जांच में सहयोग करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि हम इलाके के हालात सामान्य करने की कोशिश कर रहे हैं। कर्फ्यू में भी ढील दी जा रही है। इंटरनेट भी बहाल कर दिया गया है। हम कानून का पालन करने वाले नागरिकों से अपील करेंगे कि वे पुलिस की जांच में सहयोग करें।

रविवार को गिरफ्तार किया गया था हिंसा का मुख्य आरोपी
हल्द्वानी हिंसा के मुख्य आरोपी अब्दुल मलिक को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया गया है। इससे पहले पुलिस ने 5 लोगों काे अरेस्ट किया था। इनमें 2 पूर्व पार्षद और सपा नेता भी शामिल हैं। रविवार को चौथे दिन हिंसा प्रभावित क्षेत्र को छोड़ बाकी शहर में इंटरनेट सेवाएं बहाल कर दी गईं। हालांकि बनभूलपुरा इलाका अभी भी सील है।

अब तक 30 लोग गिरफ्तार
SSP प्रह्लाद सिंह मीना ने रविवार शाम को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बताया कि आज 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस तरह अब तक कुल 30 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इस आरोपियों से अवैध हथियार बरामद किए गए हैं। इसमें थाने से लूटे गए 100 कारतूस भी शामिल है। वहीं, एक सब-इंस्पेक्टर की लूटी गई पिस्टल को बरामद कराने के प्रयास किए जा रहे हैं।

अवैध मदरसा गिराने पर भड़की थी हिंसा
हल्द्वानी में 8 फरवरी की शाम को नगर निगम की टीम पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में बनभूलपुरा थाना क्षेत्र में नजूल की जमीन पर बने अवैध मदरसे को गिराने पहुंची थी। मदरसे को गिराने के विरोध में उप्रदवियों की भीड़ ने पुलिस और निगम की टीम पर पथराव कर दिया था। इसके बाद उपद्रवियों ने पुलिस पर गोली और पेट्रोल बम भी चलाए थे। उपद्रवियों ने 50 से अधिक वाहनों को आग लगा दी थी और बनभूलपुरा थाना फूंक दिया था।

बनभूलपुरा थाने के सामने पुलिस ने मजिस्ट्रेट के आदेश पर फायरिंग की थी। इस हिंसा में अभी तक 6 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि प्रशासन 5 लोगों की मौत की पुष्टि कर रहा है। उपद्रवियों के हमले में पुलिस, निगम कर्मियों और पत्रकारों समेत 300 से ज्यादा लोग घायल हुए थे।

हल्द्वानी डीएम वंदना सिंह ने शुक्रवार को बताया कि अतिक्रमण हटाने से पहले ही टीम पर हमले की प्लानिंग कर ली गई थी। भीड़ ने पहले पत्थर फेंके, जिन्हें फोर्स ने तितर-बितर कर दिया। इसके बाद दूसरा जत्था आया और उसने पेट्रोल बम से हमला किया।

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