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देहरादून में मंगलवार को दून फिल्म स्कूल में फिल्मों से संबंधित अलग-अलग क्षेत्रों में कार्य करने के लिए पाठ्यक्रम का 2023 के सत्र का शुभारंभ हुआ इस मौके पर फिल्मों में अलग-अलग क्षेत्रों में काम करने वाले अनुभवी कलाकारों से इस सत्र में पढ़ाई करने वाले छात्र-छात्राओं से एक दूसरे का परिचय कराया गया जहां पर फिल्म स्कूल में पढ़ाई कर रहे छात्र छात्राओं को अनुभवी कलाकारों ने अपने अनुभव से रूबरू कराया जो कि कुछ अनुभवी कलाकार फिल्म स्कूल में फैकल्टी यानी शिक्षक के रूप में भी कार्य कर रहे हैं.दून फिल्म स्कूल ने फिल्म निर्माण और अभिनय में डिप्लोमा का एक नया बैच शुरू किया है!
अब फिल्म निर्माण और अभिनय कौशल सीखने के लिए महंगे महानगरों की ओर भागने की जरूरत नहीं है
दून फिल्म स्कूल में फिल्म निर्माण की विभिन्न धाराओं: निर्देशन, संपादन, छायांकन, ध्वनि डिजाइनिंग और अभिनय में एक वर्षीय डिप्लोमा पाठ्यक्रम के लिए एक ओरिएंटेशन कार्यक्रम शुरू हो गया है।
इंडस्ट्री मेंटर के बाद फिल्म निर्देशक श्री संतोष सिंह रावत के साथ बातचीत सत्र और उनकी पुरस्कार विजेता फिल्म “पाताल-ती” की स्क्रीनिंग की गई।
ओरिएंटेशन कार्यक्रम ‘डीएफएस के सुपरस्टार’ सत्र के साथ आगे बढ़ा, जिसमें सिनेमैटोग्राफी कार्यक्रम के पूर्व छात्र आकर्ष श्रीवास्तव, निर्देशन में डिप्लोमा के छात्र प्रज्ञेश गढ़वाल और अभिनय में डिप्लोमा के छात्र नितीश रावत और अर्पित ने नृत्य प्रदर्शन किया। कार्यक्रम का समापन दून फिल्म स्कूल के डीन श्री मुकेश कुमार के धन्यवाद सत्र के साथ हुआ।
इस मौके पर दून फिल्म स्कूल के चेयरमैन ने बताया कि उन्होंने फिल्म लाइन में काफी संघर्ष किया है और वह मुंबई जैसी जगह भी रहे हैं दूरदराज के क्षेत्रों से फिल्मों में काम करने के शौकीन युवा जब बड़े शहरों में जाते हैं तो बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है ऐसे में यदि फिल्मों में काम करने के इच्छुक युवाओं को प्रदेशों के छोटी जगह से फिल्मों से संबंधित बेसिक जानकारियां मिल जाए तो उनको आगे जाकर सही रास्ता चुनने में आसानी होगी और आने वाली मुश्किलों से भी बच सकेंगे.
इस मौके पर दून फिल्म स्कूल के एमडी ने कहा कि फिल्म स्कूल का श्री देव सुमन विश्वविधालय से सम्बद्ध है,जिस से आने वाले समय में छात्र यहां से कोर्स करने के बाद किसी भी संस्थान में अध्यापन या उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकते है,सिद्धार्थ खुद भी एक फिल्ममेकर एवम प्रोड्यूसर है उन्होंने कहा कि हमारे यहां से कोर्स करने के पश्चात छात्र DFS Alumni Network का मेंबर होगा जिसके अंतर्गत वह लाइफ मेंबरशिप का हकदार हो जायेगा एवम निकट भविष्य में यदि उसे फिल्म निर्माण या अन्य किसी तरह की मदद की आवश्यकता महसूस होगी तो डीएफएस उसकी हर निश्चित मदद के लिए प्रतिबद्ध है।
डॉन फिल्म स्कूल के डीन मुकेश कुमार ने कहा कि फिल्मों में काम करने के इच्छुक युवक-यवतियों को पहले अपने क्षेत्र की शॉर्ट फिल्म या क्षेत्रीय फिल्मों में यदि मौका मिलता है. काम करना चाहिए और अपनी कला कुशलता को बढ़ाना चाहिए. ताकि जब बड़ी जगह पर काम करने जाएं तब उनको ज्यादा मुश्किलों से सामना नहीं करना पड़ेगा.
इस मौके पर दून फिल्म स्कूल के मुकेश कुमार डीन, विनय विक्रांत एक्टिंग फैकल्टी, एसआर मुकेश एच ओ डी फिल्म डायरेक्शन फैकेल्टी,अभिजीत नंदी सिनेमैटोग्राफी फैकेल्टी, संतोष सिंह पुरस्कार विजेता व पाताल टी फिल्म के प्रोड्यूसर डायरेक्टर और अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे.