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एसटीएफ ने 50 हजार रुपये के इनामी गैंगस्टर को बांग्लादेश बॉर्डर (पश्चिम बंगाल) से गिरफ्तार किया है। आरोपी दिल्ली पुलिस में सिपाही था, जिसे 20 साल पहले बर्खास्त कर दिया गया था। आरोपी ने 2019 में रायवाला और इसके आसपास के लोगों से फर्जी स्कीम चलाकर 46 लाख रुपये ठगे थे। आरोपी को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।
एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि जोगिंदर सिंह निवासी सांपला रोहतक हरियाणा का रहने वाला था उसके खिलाफ रायवाला थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था। उसने रायवाला में एयरवेज इंटरप्राइजेज नाम से एक फाइनेंस कंपनी खोली थी। इस कंपनी में वह 15 दिनों में किश्तों के आधार पर रुपये जमा करता था। इसमें दावा किया जाता था कि रुपये 15 दिनों में दोगुने हो जाएगा। इस तरह उसने सैकड़ों लोगों से 46 लाख रुपये ठगे थे। तत्कालीन रायवाला पुलिस ने इस मामले में सात आरोपियों को गिरफ्तार किया था, लेकिन जोगिंदर हाथ नहीं आ सका था।
इस बीच जब पुलिस ने जांच की तो पता चला कि उसके खिलाफ पंजाब, हरियाणा में कई मुकदमे दर्ज हैं। ऐसे में पुलिस ने उसके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट में भी मुकदमा दर्ज किया। लगातार उसकी तलाश में दबिश दी जा रही थी। इसी बीच देहरादून पुलिस ने उस पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया।
एसटीएफ ने इनामी बदमाशों की धरपकड़ के बीच उसकी लोकेशन खोजनी शुरू की। पता चला कि वह पश्चिम बंगाल के होबरा में एक महिला के साथ रह रहा है। एसआई उमेश कुमार की टीम को वहां भेजा गया था। टीम ने शुक्रवार शाम को आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।आरोपी वहां पर नाम बदल-बदलकर रह रहा था। बलिता दास नाम की महिला से दोस्ती कर ली थी। दोनों वहां पर क्रिप्टो ट्रेडिंग कर रहे थे। जोगिंदर दिल्ली पुलिस में सिपाही था, लेकिन 20 साल पहले अचानक वह छुट्टी चला गया और फिर वापस नहीं गया। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने उसे बर्खास्त कर दिया था।