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उत्तराखंड में बीते तीन दिनों से पहाड़ से लेकर मैदान तक वर्षा-बर्फबारी का क्रम बना हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार अगले दो दिन प्रदेश में मौसम का मिजाज इसी प्रकार का बने रहने का अनुमान है।
प्रदेश का मौसम एक बार फिर बदला। अप्रैल में लोग गर्मी से परेशान होने लग जाते हैं लेकिन इस बार ठंड बरकरार है। वहीं बारिश में सामान्य से करीब डेढ़ गुना हुई है। जबकि राजधानी देहरादून में पिछले 26 वर्षों का रिकॉर्ड ही टूट गया है।
उत्तराखंड में बीते तीन दिनों से पहाड़ से लेकर मैदान तक वर्षा-बर्फबारी का क्रम बना हुआ है। चोटियों पर हिमपात और निचले इलाकों में मूसलाधार वर्षा आफत बन गई है।
पर्वतीय क्षेत्रों का तापमान भी गिरा है और ऐसे में मैदानी इलाकों में ठंड बढ़ गई है। उत्तराखंड के ऊंचाई वाले इलाकों में बारिश और बर्फबारी की संभावना मौसम विभाग ने जताई है और इसके चलते येलो अलर्ट जारी किया है। वहीं, मैदानी इलाकों में बारिश के साथ ओलावृष्टि की भविष्यवाणी भी की गई है।
मौसम विभाग की मानें तो 3500 मीटर से अधिक वाले इलाकों में तेज बारिश और बर्फबारी हो सकती है। इसके अलावा उत्तराखंड के अन्य इलाकों में कहीं-कहीं गर्जना के साथ बारिश और ओलावृष्टि होने का अनुमान है, जबकि 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की भविष्यवाणी सौमन विभाग द्वारा की गई है।
उत्तराखंड के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी भी हुई। यमुनोत्री सहित यमुना घाटी में लगातार बारिश हो रही है। वहीं, ऊंचाई वाले स्थानों पर बर्फबारी से ठंड और बढ़ गई है। केदारनाथ धाम में भी बर्फबारी ने तीर्थयात्रियों की परेशानी बढ़ा दी है। आज तीसरे दिन मंगलवार को भी केदारनाथ में बर्फबारी जारी है और अधिकतर इलाकों में बादल छाए हुए हैं। बदरीनाथ, केदारनाथ और हेमकुंड साहिब में बर्फबारी के चलते दुश्वारियां बढ़ गई हैं। कई स्थानों पर चारधाम यात्रा भी प्रभावित हो रही है।