Herdyes ballabh goswami for NEWS EXPRESS INDIA
विश्व की सर्वाधिक जनसंख्या में ज्यों भारत चीन को पछाड़ने लगा सरकार को जनसंख्या नियंत्रण के लिए परिवार नियोजन कार्यक्रमों की याद आने लगी है। रुद्रपुर जिले में भी स्वास्थ्य विभाग ने परिवार नियोजन के कार्यक्रमों पर फोकस बढा दिया है। नसबंदी शिविरों के आयोजन के साथ ही डॉक्टरों को नसबंदी की नई तकनीक का प्रशिक्षण दिया गया है। इसके अलावा जिले में परिवार नियोजन कार्यक्रम के तहत दो योजनाएं शुरू कर दी गई हैं।
ऊधम सिंह नगर जिले की भी अनुमानित आबादी वर्तमान में करीब 20 लाख पहुंच गई है। छोटा परिवार सुखी परिवार की अवधारणा को मूर्त रूप देने के लिए स्वास्थ्य विभाग जिले में परिवार नियोजन कार्यक्रम की नई-नई योजनाएं शुरू कर रहा है। जनवरी में रुद्रपुर स्थित यूआईआरडी सभागार में लेप्रोस्कोपिक विधि से महिला नसबंदी को लेकर कुमाऊं के डॉक्टरों को 12 दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया था। पिछले दिनों स्वास्थ्य विभाग ने जिले में सास, बहु पति सम्मेलन का आयोजन कर नवदंपती को परिवार नियोजन के लिए जागरूक किया जा रहा है।
इसके अलावा परिवार नियोजन कार्यक्रम के तहत नई पहल किट योजना शुरू कर दी है। इसके तहत नवदंपती को घर-घर जाकर परिवार नियोजन को लेकर जागरूक किया जा रहा है। एनएचएम के जिला प्रभारी डॉ. हरेंद्र मलिक ने कहा कि जिले में परिवार नियोजन कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।
उत्तराखंड में पुरुष नसबंदी पखवाड़ा-2022 फेल हो गया था। प्रदेश में सिर्फ 63 लोगों ने ही नसबंदी करवाई थी, इनमें सर्वाधिक 16 नसबंदी ऊधम सिंह नगर जिले में हुई थी। इस कारण नसबंदी पखवाड़ा खत्म होने के बाद इसकी समय सीमा बढ़ा दी थी। पहले यह नसबंदी पखवाड़ा 21 नवंबर से चार दिसंबर तक चला, लेकिन नसबंदी कम होने पर एनएच निदेशक ने पखवाड़े को 12 दिसंबर तक बढ़ा दिया था।
नसंबदी करवाने में पुरुष महिलाओं से पीछे हैं। परिवार नियोजन के नाम पर महिलाओं की ही नसबंदी की जा रही है। ऊधम सिंह नगर जिले में पिछले साल जुलाई में विश्व जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़े में भी पुरुष महिलाओं से पीछे रहे। जिले में जहां 293 महिलाओं ने नसबंदी करवाई, वहीं पुरुषों की संख्या सिर्फ 10 रही।