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योग से मनुष्य स्वस्थ रहता है, साथ ही फिट रहकर वो लंबे जीवन को प्राप्त करता है। योग का मानव जीवन में महत्व देखते हुए साल 2015 से पूरे विश्व में 21 जून को अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day) मनाया जा रहा है। इस साल 8वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाएगा। इस दिन दुनियाभर के लोग इकट्ठा होकर जगह-जगह योग दिवस मनाते हैं। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के दिन लोगों में योग के प्रति जागरूकता फैलाने का मकसद है। शरीर को निरोगी रखने के लिए योग करना जरूरी है।
International Yoga Day 2022: आज 8वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day) है। इस मौके पर भारत समेत दुनियाभर में लोग योगाभ्यास कर इसके प्रति जागरूकता फैलाने का काम कर रहे हैं। मानव जीवन में योग के महत्व देखते हुए साल 2015 से पूरी दुनिया 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day) मनाया जा रहा है।
इस साल योग दिवस का थीम ‘योगा फॉर ह्यूमैनिटी’ (Yoga For Humanity) थीम है। इसका मतलब है मानवता के लिए योग। इस साल इसी थीम को ध्यान में रखते हुए पूरी दुनिया में योग दिवस मनाया जा रहा है।
इस साल भारत सरकार खास तरीके से अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मना रही है। मोदी सरकार के 75 मंत्री देश की 75 अलग-अलग ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थानों पर योग कार्यक्रमों में हिस्सा लिया।
इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime minister Narendra Modi) कर्नाटक के मैसूर पैलेस (Mysore Palace) में योग किया।
वहीं गृह मंत्री अमित शाह नासिक के पवित्र ज्योतिर्लिंग त्र्यम्बकेश्वर मंदिर परिसर में योग किया।
उधर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तमिलनाडु के कोयंबटूर में एक योग कार्यक्रम में हिस्सा लिया।
जबकि देश के विदेश मंत्री एस. जयशंकर दिल्ली के लोटस टेंपल में योगाभ्यास किया।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का इतिहास
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाने की शुरुआत साल 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी। पीएम मोदी ने संयुक्त राष्ट्र संघ की बैठक में योग दिवस मनाने का प्रस्ताव रखा था। 11 दिसंबर 2014 को इस बात की घोषणा की गई कि हर साल 21 जून को अंतराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाया जाएगा। दरअसल भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 सितंबर 2014 को संयुक्त महासभा में दुनियाभर में योग दिवस मनाने का आह्वान किया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रस्ताव को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने स्वीकार कर लिया। 11 दिसंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने का ऐलान किया।
21 जून को क्यों मनाया जाता है विश्व योग दिवस
इसके पीछे की मुख्य वजह ये है कि, 21 जून को उत्तरी गोलार्द्ध का सबसे लंबा दिन होता है, जिसे लोग ग्रीष्म संक्रांति भी कहते हैं। भारतीय परंपरा के मुताबिक, ग्रीष्म संक्रांति के बाद सूर्य दक्षिणायन होता है। माना जाता है कि सूर्य दक्षिणायन का समय आध्यात्मिक सिद्धियां प्राप्त करने के लिए फायदेमंद है। साथ ही योग करने से लोगों की आयु भी लंबी होती है। इसी को देखते हुए योगा दिवस हर साल 21 जून को मनाया जाता है। सबसे पहला अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस साल 2015 के 21 जून को मनाया गया था।
मानव जीवन में योग का महत्व
शरीर और मन की शांति के लिए योग बहुत जरूरी है। योग करने से शरीर स्वस्थ रहता है। साथ ही योग से मानव जीवन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। प्रतिदिन योग करने से शारीरिक और मानसिक बीमारियां दूर रहती है। बढ़ते तनाव को कम करने और लाइफस्टाइल से पैदा होने वाली समस्याओं को योग से दूर किया जा सकता है। योग करने से शरीर मजबूती बनता है। योग से शारीरिक और मानसिक ऊर्जा में वृद्धि होती है।
योग करने वाले लोग फिट होने के साथ ही इम्यूनिटी के मामले में भी दूसरे लोगों से बेहतर होते हैं। इसी को देखते हुए बाकी लोगों ने भी खुद के हैल्थ का ख्याल रखते हुए योग करना शुरू किया है। साथ ही बॉलीवुड जगत के सितारे समेत खुद पीएम मोदी भी योग कर लोगों को फिटनेस के प्रति मोटिवेट करते देखे जाते हैं।