Herdyes goswami for NEWS EXPRESS INDIA
चार साल पहले शहर के बाजार को अतिक्रमण मुक्त किया गया था। सरकार ने करोड़ों रुपये खर्च कर बाजार में नाले व फुटपाथ का निर्माण कराकर सड़क का सौंदर्यीकरण व चौड़ीकरण किया था लेकिन वर्तमान में बाजार के हालात फिर से खराब हो चुके हैं। बुधवार को जिलाधिकारी ने फिर से अतिक्रमण न होने देने की चेतावनी दी है, देखना है कि शहर में यह चेतावनी कितनी कारगर साबित होती है…।
चार साल पहले उच्च न्यायालय के आदेश पर शहर के बाजार से अतिक्रमण हटाया गया था। यूं कहें कि जिला प्रशासन ने ऐसी व्यवस्था बनाई कि अतिक्रमणकारियों ने स्वयं तीन-तीन मंजिला भवन ध्वस्त किये थे। इसके बाद सरकार ने बाजार का सौंदर्यीकरण कराया। नाले व फुटपाथ का निर्माण कराया गया। नाले को रंग-बिरंगी सीसी टॉयल्स से कवर किया। फुटपाथ पर भी ऐसी ही टॉयल्स लगाई गईं, जिससे शहर का बाजार सुंदर दिखे, लेकिन दुकानदार मानने को तैयार नहीं है।
अब बाजार में जायें तो देखें कि अतिक्रमण किस तरह से विकराल रूप धारण कर चुका है। विधवानी मार्केट, मुख्य बाजार, गुड़ मंडी, हरि मंदिर गली, गोल मार्केट जहां भी जाओ, वहां पर अतिक्रमण पसरा हुआ है। बुधवार को जिलाधिकारी युगल किशोर पंत ने सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में कहा कि अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि जहां से अतिक्रमण हटाया जाये, वहां पर फिर से कब्जा न हो। अब जिलाधिकारी की यह चेतावनी बाजार में कितना असर दिखायेगी, यह वक्त ही बतायेगा… क्योंकि बाजार क्षेत्र में पक्का न सही लेकिन अस्थायी अतिक्रमण तो है ही।