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अक्सर किसी लालच या गलती के कारण बैंक खाते से रुपये उड़ जाते हैं। लेकिन साइबर थाने में एक अलग किस्म का मामला सामने आया है। इसमें खाताधारक को न तो कोई एसएमएस या फोन आया और न ही नेट बैंकिंग का इस्तेमाल किया। लेकिन, एक महीने में खाते से 31 लाख रुपये साफ हो गए।
तहरीर के मुताबिक हरबर्टपुर विकासनगर निवासी अतुल कुमार और उनकी माता का सेंट्रल बैंक आफ इंडिया में संयुक्त खाता है। वह पासबुक में एंट्री करवाने के लिए बैंक गए तो पता चला कि खाते से 30 लाख 95 हजार रुपये निकाले गए हैं।
सात मार्च को खाते से आठ लाख 85 हजार रुपये, 19 मार्च को 666 रुपये, 20 मार्च को नौ लाख रुपये, एक अप्रैल को नौ लाख और 15 अप्रैल को चार लाख 60 हजार रुपये निकाले गए हैं।
अतुल के अनुसार न तो नेट बैंकिंग का इस्तेमाल किया और न ही कोई एप या लिंक को क्लिक किया, इसके बावजूद भी उनके खाते से धनराशि निकल गई है। धनराशि निकलने संबंधी बैंक की ओर से उन्हें मैसेज भी नहीं आया।
सीओ अंकुश मिश्रा का कहना है कि यह अपनी तरह का एक अलग केस है। खाताधारक का मोबाइल चेक करने पर उनकी ओर से कोई गलती नहीं पाई गई है। धनराशि किश्तों में निकाली गई है।
इसमें किसी साइबर ठग का हाथ नहीं लग रहा है। क्योंकि खाते में कुछ धनराशि अभी बाकी है। यदि इसमें साइबर ठग का हाथ होता तो वह पूरी धनराशि निकाल सकता था। उन्होंने बताया कि मामले की जांच के लिए टीमें लगा दी हैं।