Gaurav for NEWS EXPRESS INDIA
जनपद में अवैध रूप से चल रहे बस व आॅटो स्टैंडों के खिलाफ एक सप्ताह तक चले अभियान में भले ही सरकार को 11.55 लाख रुपये की आय हुई हो, लेकिन इसका साइड इफैक्ट यह रहा कि गढ़ रोड और दिल्ली रोड पर ईरिक्शा और आटो की संख्या में काफी गिरावट आई। जो वाहन चल रहे थे उन्होंने किराया बढ़ा दिया। कम वाहन होने से भीषण गर्मी में लोग सड़कों पर गंतव्य तक जाने के लिये वाहनों का इंतजार कर रहे हैं। वहीं अभियान में 351 वाहन सीज किये गए और 425 वाहनों का चालान किया गया।
23 अप्रैल से 30 अप्रैल तक पुलिस, ट्रैफिक पुलिस, आरटीओ, नगर निगम और रोडवेज ने संयुक्त अभियान चलाया था। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शहर में चल रहे अवैध टैक्सी और आॅटो स्टैंडों के खिलाफ अभियान चलाने को कहा था। इसके बाद चारों विभागों की टीम सड़कों पर दिखने लगी। अधिकारियों की संयुक्त टीम के द्वारा 425 आॅटो, ई-रिक्शा व कार टैक्सी के चालान किये गये।
351 आटो, ई-रिक्शा व कार टैक्सी को सीज की गयी है। जुर्माने के रूप में रुपये 11,55,000 समन शुल्क प्राप्त किया गया है। यातायात पुलिस और परिवहन विभाग के द्वारा सात स्थानों पर अवैध रूप से बने आटो, टैक्सी स्टैंड को भी हटाया गया है।
प्रशासन के इस अभियान से आॅटो और ईरिक्शा चालक इस कदर डर गए कि काफी कम संख्या में अपने वाहन सड़कों पर लाये। ड्राइवरों का कहना था कि पुलिस पांच हजार से लेकर 10 हजार तक का चालान कर रही है। ऐसे में इतनी कमाई नहीं कि चालान चुकाया जाए।
यही कारण रहा कि हापुड़ अड्डे से तेजगढ़ी तक तो आॅटो दिख रहे थे, लेकिन उससे आगे के लिये लोगों को इंतजार करना पड़ रहा है। इसी तरह परतापुर से बेगमपुल तक लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इन सड़कों पर पुलिस ने जमकर वाहनों के चालान किये हैं। वाहन चालकों में इस कदर दहशत है कि कम कागज वाले सड़कों पर अपना वाहन लाने से पहले दस बार सोच रहे हैं। वहीं तहसील के सामने चल रहे टैक्सी स्टैंड के हटने से लोगों ने राहत की सांस ली है।
50 वाहनों का हुआ चालान
मेरठ एआरटीओ कुलदीप सिंह ने बताया कि शनिवार को 50 वाहनों का चालन किया गया। सड़कों पर पिछले सात दिन से चेकिंग अभियान चल रहा हैं। स्कूली बसों और सड़कों पर दौड़ रहे अवैध वाहनों पर शिकंजा कस जा रहा हैं। बिना फिटनेस दौड़ रहे वाहनों का भी चालान किया जा रहा हैं। इन पर बड़ी कार्रवाई की जा रही हैं। आरटीओ के अभियान के बाद शहर में अवैध वाहनों की कमी दिखने लगी हैं। इसी तरह से अभियान चलता रहा तो सड़कों से अवैध वाहन गायब हो जाएंगे।