VSChauhan for NEWS EXPRESS INDIA
उत्तराखंड में चुनावी सरगर्मियां रफ्तार पकड़ चुकी हैं. सभी राजनीतिक दल जीत के लिए पूरा जोर लगा रहे हैं. सवाल यह है कि एक बार बीजेपी और एक बार कांग्रेस सरकार की चली आ रही प्रथा उत्तराखंड में जारी रहेगी या फिर पुष्कर सिंह धामी पहाड़ पर कमल खिलाए रखने में कामयाब होंगे? यह तो 10 मार्च को ही पता चलेगा, फिलहाल एक ताजा ओपिनियन पोल के आंकड़े के मुताबिक दोनों ही दलों में कांटे की टक्कर है। दोनों ही दलों में मुकाबला टाई होता दिख रहा है। इस मुकाबले में कुछ परसेंट बीजेपी 21 दिखाई दे रही है. मुस्लिम वोट कांग्रेश की तरफ स्विफ्ट हो रहा है. उनकी देखा देखी हिंदू वोट बीजेपी की तरफ स्विफ्ट हो रहा है.
अलग-अलग ओपिनियन पोल के मुताबिक, बीजेपी और कांग्रेस दोनों के बीच मुकाबला बेहद करीबी है और बाजी किसी के भी हाथ लग सकती है। सर्वे के नतीजे कहते हैं कि 70 सीटों वाली विधानसभा में बीजेपी को 33-36 सीटें मिल सकती है तो कांग्रेस के लिए भी 33-34 सीट का अनुमान लगाया गया है। वहीं, आम आदमी पार्टी (AAP) के अरमानों पर फिर झाड़ू फिरता दिख रहा है। आप को यहां 0-1 सीटें ही मिलने का अनुमान है तो अन्य के खाते में 0-2 सीटें जा सकती हैं। बसपा और सपा का भी यहां खाता खुलता नहीं दिख रहा है।
बीजेपी को नुकसान, चुनौती है
2017 विधानसभा चुनाव के मुकाबले बीजेपी को उत्तराखंड में नुकसान होता दिख रहा है बीजेपी के लिए चुनौती है तो कांग्रेस को फायदा दिख रहा है। बीजेपी को पिछले चुनाव में 57 सीटों के साथ प्रचंड बहुमत मिला था तो कांग्रेस के हाथ सिर्फ 11 सीटें आईं थीं। अन्य को 2 सीटें मिली थीं। ओपिनियन पोल के मुताबिक, रोजगार के मुद्दे पर बीजेपी को जहां सीटों का नुकसान होता दिख रहा है तो कांग्रेस पार्टी के सीटों का इजाफा हो सकता है। लेकिन हिंदू मुस्लिम के रुझान पर मुस्लिम कांग्रेस की तरफ हिंदू बीजेपी की तरफ दिखाई दे रहा है. इसके बावजूद बीजेपी की जीत की संभावना ज्यादा है
किस पार्टी को कितना वोट शेयर?
वोट शेयर के मामले में कांग्रेस बीजेपी से एक कदम आगे है। ओपिनियन पोल के मुताबिक बीजेपी को 46 फीसदी वोट शेयर मिल सकता है तो कांग्रेस को 45 फीसदी वोट मिलने की संभावना है। ‘आप’ को 4 फीसदी वोट से संतोष करना पड़ सकता है तो बीएसपी के खाते में 2 और अन्य के खाते में 3 फीसदी वोट जा सकते हैं।