Saurabh CHAUHAN for NEWS EXPRESS INDIA
उत्तर भारत के कई राज्यों में पिछले कुछ दिनों से कड़ाके की ठंड (North India Cold Wave) पड़ रही है. उत्तर प्रदेश, बिहार, दिल्ली, उत्तराखंड समेत कई राज्य ठिठुरन भरी सर्दी से बेहाल हैं. उत्तराखंड में मौसम खुल गया। हालांकि, अब भी कई इलाकों में आंशिक बादल छाये रहे और दिनभर बर्फीली हवाओं ने कंपकंपी छुड़ाई। मौसम विभाग के अनुसार अगले तीन दिन प्रदेश में मौसम शुष्क रहेगा। मैदान में कोहरा और पहाड़ों में पाला दुश्वारियां बढ़ा सकता है।कड़ाके ठंड अब भी बरकरार है। तमाम चोटियां बर्फ से लकदक हैं और अब भी कई यातायात मार्ग अवरुद्ध हैं। हालांकि, पर्यटक स्थलों पर हिमपात के बाद बड़ी संख्या में पर्यटक उमड़ रहे हैं।
हालांकि, बीते दिन कुछ हिस्सों में दोपहर के समय थोड़ी धूप जरूर निकली है, लेकिन मौसम में फिर भी ठंडक है. मौसम विभाग (IMD) ने अनुमान लगाया है कि आगामी कुछ दिनों में उत्तर भारत में ठंड का कहर कम नहीं होगा. पर्वतीय क्षेत्रों में हो रही बर्फबारी की वजह से मैदानी इलाकों में ठंड पड़ रही है. मौसम विभाग के अनुसार, अगले चार दिनों तक उत्तर प्रदेश में ठंड से कोई राहत नहीं मिलने वाली है. कोल्ड डे के हालात चार दिनों तक जारी रहने वाले हैं.
मौसम विभाग ने बताया- कब तक पड़ेगी कड़ाके की ठंड?
मौसम विभाग के अनुसार, 31 जनवरी, 2022 तक कड़ाके की ठंड पड़ने की संभावना है. इसके कारण ठंड अपने चरम पर होगी जिसके परिणामस्वरूप लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी, आगरा, मेरठ और पश्चिमी भाग जैसे जिलों में कोहरे (Fog) और शीतलहर (Cold Wave) का प्रकोप जारी रहेगा. हालांकि, आसमान दोपहर के समय साफ रहेगा, लेकिन तापमान में करीब पांच डिग्री की गिरावट दर्ज की जा सकती है. मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि 2 फरवरी तक यूपी समेत दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और उत्तर भारत के राज्यों में बारिश की संभावना नहीं है.
यूपी के लिए येलो अलर्ट जारी
ठंड का एक और दौर फिर से शुरू होने वाला है. अगले 4-5 दिनों तक कड़ाके की ठंड जारी रहेगी. यूपी के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है. वहीं, कई जिलों में तापमान 3 डिग्री तक जा सकता है. गौरतलब है कि बर्फीली हवाएं सर्दी बढ़ा रही हैं. उत्तर-पश्चिमी हवाओं का असर तेज हो गया है. पहाड़ों की बर्फीली हवाएं चार से पांच किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से मैदानी इलाकों में अपना असर दिखा रही हैं. इससे शीतलहर के साथ ही रात में पारा कम होने लगा है और सुबह के समय नदियों के आसपास घना कोहरा छाया रहता है.