उत्तराखंड में बीते तीन दिन से मौसम दुश्वारियां बढ़ा रहा है। लगातार हो रही बारिश और बर्फबारी के कारण जनजीवन प्रभावित है। ज्यादातर पहाड़ी इलाके बर्फ से लकदक हो गए हैं, जिससे दर्जनों गांव का संपर्क जिला मुख्यालयों से कट गया है। परिवहन, बिजली और दूरसंचार सेवाएं भी ठप हो गई हैं। धनोल्टी-चंबा मार्ग दो दिन से बंद है। देहरादून में लगातार हुई बारिश के कारण कड़ाके की ठंड पड़ रही है। राज्य मौमस विज्ञान केंद्र के अनुसार, मंगलवार को मौसम कुछ राहत दे सकता है। बुधवार से प्रदेश में मौसम शुष्क रहने के आसार हैं।
प्रदेश में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के कारण बीते पांच दिनों से मौसम का मिजाज बदला हुआ है। पहाड़ में बर्फबारी और बारिश ने दुश्वारियां बढ़ा दी हैं। गंगोत्री राजमार्ग समेत कुल 55 मार्ग अवरुद्ध हो गए हैं। चमोली जिले के 50 से अधिक गांव बर्फ से ढक गए हैं। सुदूरवर्ती गांव रामणी, घूनी, पाणा, ईराणी में भारी बर्फबारी के बाद पैदल मार्ग बंद हो गए हैं। पर्यटन स्थल औली, गोरसों, बदरीनाथ धाम, हेमकुंड साहिब, लोकपाल मंदिर के साथ ही ऊंची व निचली चोटियां भी बर्फ से श्वेत धवल बनी हुई हैं।
रुद्रप्रयाग में केदारनाथ धाम, तुंगनाथ, चोपता, दुगलबिट्टा, देवरिताल, माटिया बुग्याल, मध्यमेश्वर, खाम बुग्याल और ऊंचाई वाले स्थानों पर लगातार तीसरे दिन भी बर्फबारी हो रही है। केदारनाथ धाम में चार फीट से अधिक बर्फ जम गई है। तिलवाड़ा, ऊखीमठ, गुप्तकाशी, फाटा, जखोली रुक-रुककर बारिश होती रही। चमोली में लगातार हो रही बर्फबारी के बाद जोशीमठ, औली, गोपेश्वर चोपता, ऊखीमठ सड़क बंद हो गई। बर्फबारी के चलते पुलिस प्रशासन ने गोपेश्वर-चोपता सड़क पर मंडल से आगे वाहनों की आवाजाही फिलहाल बंद कर दी है। पर्यटकों को मंडल, गोपेश्वर व अन्य स्थानों पर रोका गया है.
बर्फबारी से जोशीमठ-औली सड़क फिर से बंद हो गई है। पौड़ी में थलीसैंण-चौंरीखाल-चिपलघाट तथा पाबौ संतुधार-चौबट्टाखाल-चौरीखाल मोटर मार्ग पर बर्फबारी होने के चलते बंद हो गए थे। बर्फ से अवरुद्ध थलीसैंण-बूंगीधार- जानल-मनिला मोटर मार्ग के अलावा मरचूला-सराईखेत-बैंजरों-पोखड़ा-सतपुली मोटर मार्ग को खोलने के लिए जेसीबी लगाई गई थी। मसूरी में हल्की बारिश के साथ ही धनोल्टी, चकराता में हिमपात जारी रहा। धनोल्टी-चंबा मार्ग से अभी भी बर्फ नहीं हटाई जा सकी है। कुमाऊं के नैनीताल शहर में हल्की बारिश और कोहरे के बाद सोमवार को कुछ देर के लिए इस सीजन का पहला हिमपात हुआ है।
बागेश्वर जिले में कपकोट व पिंडारी क्षेत्र में लगातार हिमपात के चलते गांव बर्फ की चादर से ढक गए हैं। पिथौरागढ़ जिले के उच्च हिमालयी इलाकों में रुक-रुक कर बर्फबारी जारी है। थल-मुनस्यारी, तवाघाट-लिपुलेख सहित चार मार्ग हिमपात की वजह से दो दिन से बंद हैं। कुमाऊं में अन्य मार्ग खुले हैं। चंपावत, अल्मोड़ा में हल्की बारिश के साथ शाम तक बादल छाए रहे।
राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के मुताबिक प्रदेश में मंगलवार को ज्यादातर इलाकों में आंशिक बादल छाये रह सकते हैं। कहीं-कहीं हल्की बारिश की आशंका है। मैदानों में शीत दिवस की स्थिति बन सकती है। जबकि, बुधवार से प्रदेश में मौसम खुल सकता है। मैदानों में कोहरा छाये रहने की आशंका है।