Saurabh CHAUHAN for NEWS EXPRESS INDIA
आजकल आपके मोबाइल पर अंजान कॉल आती है. कभी तो यह कहा जाता है हमने आपका ड्रॉ निकाला है और आप अपना इनाम ले जाए और शर्त यह देते हैं कि पहले कुछ पैसा जमा करना पड़ेगा या आपसे आपकी सारी डिटेल ले लेंगे और आपका अकाउंट खाली कर देते हैं और कभी-कभी ऐसा भी होता है आपका लोन दिलाने के नाम पर एडवांस में कुछ रुपया जमा करा लेंगे और गायब हो जाएंगे ऐसे ही लोगों को पुलिस ने धर दबोचा. जो लोग दिलाने के नाम पर ठगी किया करते थे.
पुलिस ने लोगों को लोन दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है. इस मामले में पुलिस ने 25 महिलाओं समेत 28 लोगों को गिरफ्तार किया है. ये लोग प्रधानमंत्री रोजगार गारंटी योजना के तहत लोन दिलाने के नाम पर लोगों के साथ ठगी करते थे.
दिल्ली के रोहिणी के सेक्टर 5 में रहने वाली महिला मुन्नी देवी ने पुलिस में ठगी की शिकायत की थी. महिला को किसी सतीश ने बैंक कर्मचारी बनकर फोन किया था. सतीश ने महिला को 6 लाख के लोन दिलाने की बात कही. स्कीम के मुताबिक, महिला को 5 लाख रुपए का लोन मिलना था. इसके अलावा 1 लाख रुपए सब्सिडी के तौर पर मिलने थे.
सतीश ने महिला से लोन की प्रक्रिया के नाम पर 21500 रुपए जमा करने के लिए कहा. महिला ने सतीश के दिए आरबीएल बैंक के अकाउंट पर 21500 रुपए ट्रांसफर कर दिए. इसके बाद सतीश ने महिला का फोन उठाना बंद कर दिया. महिला ने पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कराया. इसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की.
मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने एक टीम का गठन किया. पुलिस ने शिकायतकर्ता और आरोपी का बैंक अकाउंट तलाशा. जांच में पता चला कि सतीश कुमार के खाते से ठगी गई रकम को शुभन खान के यूपीआई खाते में ट्रांसफर किया गया है. इसके बाद पुलिस ने GTK डिपोट रामगढ़ में छापा मारा. यहां पुलिस को एक फर्जी कॉल सेंटर मिला. यहां 28 लोग काम करते मिले. पुलिस ने 25 महिलाओं समेत 28 लोगों को गिरफ्तार किया है.
योगेश मिश्रा दिल्ली, सुनीता शर्मा गाजियाबाद, विजय भारती और सुशील भारती कॉल सेंटर के हेड थे. पूछताछ के दौरान पता चला है कि आरोपी लोगों को लोन दिलाने के नाम पर ठगी करते थे. ये लोग ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से ठगी करते थे. गैंग ने पिछले 2 साल में 1000 लोगों के साथ ठगी की थी.