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आखिरकार आजकल आजकल की इंतजार करते हुए आचार संहिता लागू हो गई. और चुनावों की तारीख की घोषणा कर दी गई. जबकि कोरोनावयरस के नए वेरिएंट ने दुनिया को डराया हुआ है. आगामी उत्तराखंड विधानसभा चुनावों को देखते हुए आज शनिवार को राज्य में आचार संहिता लागू हो गई है। उत्तराखंड में 14 फरवरी को चुनाव होंगे। यह चुनाव एक चरण में होंगे। चुनाव के नतीजे 10 मार्च को आएंगे। उम्मीदवारों को नामांकन ऑनलाइन दाखिल करने की वैकल्पिक सुविधा मिलेगी। आगामी चुनावों के मद्देनजर राज्य में 21 जनवरी से नामांकन शुरू होंगे। उम्मीदवार 28 जनवरी तक नामांकन कर सकते हैं। वहीं 31 जवरी तक नामांकन वापस ले सकते हैं।
रैली, रोड शो और पदयात्रा की अनुमति नहीं
15 जनवरी तक किसी तरह की रैली, रोड शो और पदयात्रा नहीं होगी। नुक्कड़ सभा, बाइक रैली पर भी रोक रहेगी। कैंपेन में कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना जरूरी होगा। पार्टियां डिजिटल, वर्चुअल तरीके से ही चुनाव प्रचार कर सकेंगी। घर-घर जाकर पांच लोगों को प्रचार करने की अनुमति होगी।
जीत के बाद विजय जुलूस पर भी रोक रहेगी। चुनाव में धनबल का इस्तेमाल रोका जाएगा। गैरकानूनी पैसे-शराब पर कड़ी नजर रखी जाएगी। सभी एजेंसियों को अलर्ट कर दिया गया है।
प्रदेश में 81 लाख 43 हजार 922 मतदाता
उत्तराखंड में विधानसभा के चुनावी पर्व की तैयारी पूरी कर ली गई है। प्रदेश में 70 सीटों पर मतदान होगा। मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या के मुताबिक, पूरे प्रदेश में 81 लाख 43 हजार 922 मतदाता हैं, जिसमें 42 लाख 24 हजार 288 पुरुष, 39 लाख 19 हजार 334 महिला मतदाता है। पूरे प्रदेश में 93 हजार 964 सर्विस मतदाता हैं।
इस बार 2 लाख 97 हजार 922 नए मतदाता बने हैं और विधानसभा चुनाव में 18 से 19 साल के एक लाख 11 हजार 458 युवा मतदाता बने हैं। मतदान के लिए 11 हजार 647 मतदाता बूथ बनाए गए हैं, जिनमें इस बार मतदान के लिए 635 बूथों को बढ़ाया गया है।
उत्तराखंड में वैक्सीनेशन की स्थिति
कोविड को ध्यान में रखते हुए, चुनाव आयोग का कहना है कि वोटिंग से पहले सभी पोलिंग स्टेशन पूरी तरह से सैनिटाइज़ किए जाएंगे. यही नहीं, चुनाव अधिकारी भी पूरी तरह से वैक्सीन्टेड होंगे. चुनावों में मतदाताओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, चुनाव आयोग ने राज्यों के पॉज़िटिविटी रेट की जानकारी भी ली थी. चुनाव आयोग का कहना है कि उत्तराखंड में वीकली पॉज़िटिविटी रेट 1.01 प्रतिशत था.
चुनाव आयोग ने यह भी कहा कि उत्तराखंड में 99.6 प्रतिशत लोगों को वैक्सीन की पहली खुराक लग चुकी है और 83 प्रतिशत लोगों को वैक्सीन की दूसरी खुराक दी जा चुकी है. उन्होंने कहा कि मतदाताओं की सुरक्षा उनकी प्राथमिकता है.
उत्तराखंड के चुनावी समीकरण
70 सीटों वाली उत्तराखंड विधानसभा का कार्यकाल 23 मार्च 2022 को खत्म हो रहा है. लेकिन, सूबे में सियासी हलचल तेज है. यहां कांग्रेस, बीजेपी के साथ-साथ आम आदमी पार्टी, बसपा और छोटे-छोटे कई दल अपनी किस्मत आजमाने वाले हैं. हालांकि, बीजेपी के लिए उत्तराखंड चुनाव सबसे ज्यादा चुनौती पूर्ण बना हुआ है, क्योंकि यहां दो दशक से हर पांच साल पर सत्ता बदलने की परंपरा चली आ रही है. ऐसे में कांग्रेस पूरी उम्कोमीद कर रही है कि वह सत्ता में वापस आए. वहीं, बीजेपी सत्ता परिवर्तन के मिथक को तोड़ने में जुटी है.
उत्तराखंड में 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में, बीजेपी ने 57 सीटें जीतीं और प्रचंड बहुमत के साथ अपनी सरकार बनाई थी. जबकि विपक्षी दल कांग्रेस को 11 सीटें ही मिल सकी थीं. तब त्रिवेंद्र सिंह रावत मुख्यमंत्री बने थे, लेकिन चार साल के बाद ही उन्हें हटाकर बीजेपी ने तीरथ सिंह रावत को सत्ता की कमान सौंपी. लेकिन कुछ ही महीनों में तीरथ सिंह रावत की जगह पुष्कर सिंह धामी को उत्तराखंड का मुख्यमंत्री बनाया गया.
आचार संहिता से पहले धामी सरकार ने लिए कई अहम फैसले
आचार संहिता से कुछ ही घंटे पहले, धामी सरकार ने कई अहम फैसले लिए. सरकार ने डॉ. गीता खन्ना को बाल संरक्षण आयोग का अध्यक्ष बनाया है, 6 सदस्य भी बनाए गए हैं. पुलिस कर्मियों के 4600 रुपए ग्रेड पे के मामले में आंशिक संशोधन के साथ फैसला लिया गया. इस दायरे में आने वाले हर सिपाही को 2 लाख रुपए एक मुश्त देने का फैसला किया गया है. वहीं शिक्षा विभाग में भी बंबर तबादले और प्रमोशन किए गए हैं. कई स्कूलों में प्रधानाचार्य को स्थायी कर दिया गया है.