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कोरोना के नए स्वरूप ओमिक्रॉन को लेकर चिंता और उत्तराखंड में संक्रमण बढ़ने के बाद सरकार ने राज्य के सभी कोरोना योद्धाओं की कोरोना जांच करने का निर्णय लिया गया है। वायरस के लक्षण वाले हर मरीज की आरटीपीसीआर जांच अनिवार्य की जा रही है। इसके साथ ही एक बार फिर राज्य के बार्डर, रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट और बाजारों में रैंडम कोविड जांच का भी निर्णय लिया गया है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में सोमवार को सीएम आवास में कोविड कंट्रोल को लेकर उच्च स्तरीय बैठक हुई। इसमें राज्य में बढ़ते संक्रमण को देखते हुए अधिकारियों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए। मुख्यमंत्री ने डीएम और एसएसपी को स्थिति पर नियंत्रण रखने और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर पुलिस तैनात करने के भी निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने वायरस के नए स्वरूप को देखते हुए एयरपोर्ट पर विदेश से आने वाले यात्रियों की गहन निगरानी व जांच के निर्देश दिए हैं। विदेशों से आने वालों के पॉजिटिव आने पर अनिवार्य रूप से जीनोम सीक्वेसिंग करने को कहा गया है। बैठक में स्वास्थ्य मंत्री डा धन सिंह रावत, मुख्य सचिव डा. एस एस संधु, अपर मुख्य सचिव आनंदबर्द्धन, सचिव अमित नेगी सहित कई अफसर मौजूद थे।
एक सप्ताह बाद फिर समीक्षा होगी
उत्तराखंड में संक्रमण के मामले बढ़ने के बाद सोमवार को हुई उच्च स्तरीय बैठक में स्थिति का आंकलन किया गया। इस बैठक के दौरान एक्सपर्ट कमेटी और स्वास्थ्य विभाग की ओर से दी गई राय पर चर्चा हुई। उसके बाद रेंडम चैकिंग और राज्य में जांच बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। सचिव स्वास्थ्य डॉ पंकज पांडेय ने बताया कि एक सप्ताह बाद फिर उच्च स्तरीय बैठक होगी जिसमें आगे के कदमों को लेकर चर्चा की जाएगी।
एक दिन में 25 हजार जांच
सचिव स्वास्थ्य डॉ पंकज पांडेय ने बताया कि मुख्यमंत्री ने एक दिन में राज्य भर में 25 हजार सैंपलों की जांच अनिवार्य रूप से करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कोविड मानकों का पालन कराने और भीड़भाड वाले स्थानों पर मास्क का उपयोग अनिवार्य करने के भी निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही कान्टैक्ट ट्रेसिंग को सुनिश्चित करने को कहा गया है। जिन लोगों ने अभी तक दूसरी डोज नहीं लगाई है उनकी पहचान कर दूसरी डोज सुनिश्चित करने को कहा गया है। इसके लिए हर घर दस्तक अभियान चलाया जाएगा।