VS chauhan KI REPORT
अक्सर आए दिन बाहर से आने वाले पर्यटकों को मसूरी जाने के लिए कई बार घंटों जाम में फंसना पड़ता है. अब सरकार योजना बना रही है. पर्यटकों को परेशानी का सामना ना करना पड़े. इन दिनों प्रदेश में हवाई सेवाएं रफ्तार पकड़ रही हैं। छोटे-छोटे शहर हवाई सेवा से जुड़ रहे हैं, इसी कड़ी में एक शानदार काम पहाड़ों की रानी मसूरी में होने वाला है। यहां हेलीपोर्ट बनाने की तैयारी है। नागरिक उड्डयन विभाग ने मसूरी में हेलीपोर्ट बनाने के लिए जमीन तलाश ली है। विभाग ने शहरी विकास विभाग से मसूरी में जीरो प्वाइंट के करीब जमीन देने का अनुरोध किया है। योजना परवान चढ़ी तो प्रदेश की राजधानी देहरादून से मसूरी पहुंचने में सिर्फ 10 मिनट लगेंगे। पर्यटक जाम में फंसे बिना मसूरी जा सकेंगे। प्रदेश में क्षेत्रीय संपर्क योजना के तहत हवाई सेवाओं का संचालन करने के लिए 14 जगहों पर दिल्ली हेली पोर्ट बनाए जाने हैं। इनमें मसूरी भी शामिल है। मसूरी में जमीन न मिलने की वजह से हेली सेवाओं का संचालन नहीं हो पा रहा था।
अब विभाग ने इसके लिए कंपनी गार्डन के करीब कैंपटी फॉल को जाने वाले रास्ते में जीरो प्वाइंट पर एक जमीन देखी है। यहां पहले लोनिवि का दफ्तर था। फिलहाल यह जमीन खाली पड़ी है। शहरी विकास विभाग यहां पार्किंग बनाने वाला था, लेकिन अब नागरिक उड्डयन विभाग ने इस जमीन को हेलीपोर्ट बनाने के लिए चिन्हित किया है। सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर ने बताया कि जमीन को नागरिक उड्डयन विभाग को देने के लिए सचिव शहरी विकास को पत्र भेजा गया है। यहां पर हेलीपोर्ट बनने से देहरादून और मसूरी के बीच हेली सेवा शुरू हो सकेगी। जिससे देहरादून हवाई संपर्क के जरिए मसूरी से जुड़ सकेगा। मसूरी में हेलीपोर्ट बनने के बाद पर्यटकों का सफर आसान होगा। लोग कम समय में देहरादून से मसूरी पहुंच सकेंगे।