महंत नरेंद्र गिरि के शिष्य आनंद गिरि का विवादों से नाता.आनंद गिरि और उनके बेटे भी हिरासत में .

VS CHAUHAN KI REPORT

अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की मौत के बाद उनके कमरे से तलाशी के दौरान एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है. सुसाइड नोट में उनके एक शिष्य का ज़िक्र किया गया है, जिसने महंत नरेंद्र गिरि को मानसिक तौर पर परेशान किया था. पुलिस अब उनके शिष्य आनंद गिरि को लेकर जांच में जुट गई है. इसी के चलते हरिद्वार में आनंद गिरि को हिरासत में लिया गया है. इसके बाद प्रयागराज पुलिस ने प्रसिद्ध लेटे हनुमान मंदिर के पुजारी और उनके बेटे को भी हिरासत में ले लिया है.

 लेटे हुए हनुमान मंदिर के पुजारी भी हिरासत में
पुलिस सूत्रों के मुताबिक महंत नरेंद्र गिरी के सुसाइड नोट में आनंद गिरि के अलावा लेटे हनुमान मंदिर के पुजारी आद्या तिवारी और उनके बेटे संदीप तिवारी का नाम भी शामिल है. इसी वजह से पुलिस ने पिता-पुत्र दोनों को हिरासत में ले लिया है. अब उनसे पूछताछ की है.

सूत्रों की माने तो आनंद गिरि का विवादों से नाता रहा है जिस कारण यह हमेशा सुर्खियों में बने रहे .महंत आनंद गिरि ने 22 वर्ष की उम्र में ही सन्यास धारण कर लिया था. उनके ऊपर संत समाज के नियमों के उल्लंघन के आरोप लगे इसी कारण महंत नरेंद्र गिरि और उनके शिष्य आनंद गिरि के बीच दूरियां बढ़ गई थी. जबकि एक समय उनके प्रिय शिष्य में से एक थे.

ऑस्ट्रेलिया में 2 महिलाओं से छेड़छाड़ और मारपीट का मामला

यह मामला  वर्ष 2016 और 2018 से जुड़ा है उस वक्त आनंद गिरी महंत नरेंद्र गिरि के सबसे बड़े विश्वसनीय होते थे. इन दिनों वे आस्ट्रेलिया में थे. वहां पर आनंद गिरि पर होटल में महिलाओं से छेड़छाड़ और मारपीट का आरोप लगा . महिलाओं ने आनंद गिरि के खिलाफ पुलिस में शिकायत लिखाई थी उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था. बाद में उन्हें महंत नरेंद्र गिरि और वकीलों की मदद से रिहा करा लिया गया था. इस घटना से महंत नरेंद्र गिरि बहुत आहत थे.

विमान की सीट पर बैठे हुए शराब के गिलास के साथ तस्वीर वायरल हुई थी

यह मामला 2020 का है इसका ताल्लुक एक तस्वीर से था यह तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थी जब आनंद गिरि एक विमान में बैठे थे. और विमान सीट होल्डर में एक शराब के गिलास रखा हुआ दिखाई दे रहा था. इस तस्वीर पर आम लोगों और मठ के लोगों ने एतराज जताया था और यह धार्मिक लोगों के निशाने पर आ गए थे. हालांकि आनंद गिरि ने इस पर सफाई देते हुए कहा था वह तो एप्पल जूस का गिलास रखा हुआ था. उन्हें बदनाम करने की कोशिश की जा रही .

चोरी का आरोप

महंत नरेंद्र गिरि ने आनंद गिरि पर प्रसिद्ध लेटे हुए हनुमान मंदिर के चढ़ावा के पैसों की चोरी का आरोप लगाया था उनका आरोप था कि यह चढ़ावे के पैसे  अपने परिवार पर खर्च करते हैं इस आरोप के साथ उन्हें अखाड़े से निकाल दिया गया था. बाद में माफी मांगने पर नरेंद्र गिरी ने उन्हें माफ कर दिया था.

एडीजी प्रयागराज प्रेम प्रकाश के हवाले से पूरे मामले पर कहा कि हम अभी बयान दर्ज कर रहे हैं. फील्ड यूनिट फोरेंसिक साक्ष्य जुटा रही है.

इस बीच अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के उपाध्यक्ष देवेंद्र सिंह ने महंत नरेंद्र गिरि मौत मामले की जांच सीबीआई की मांग की है और कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच हो. पुलिस के मुताबिक बाघंबरी मठ में जहां महंत नरेंद्र गिरि का शव फंदे से लटकता मिला, वहां चारों तरफ से दरवाजे बंद थे. कमरे का मुख्य दरवाजा भी अंदर से बंद था.

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