VS CHAUHAN KI REPORT
आप सभी जानते हैं चीन अजब-गजब निर्माण करने में आगे हैं चीन के हुनान प्रांत में टियानमेन माउंटेन नेशनल पार्क में दो चोटियों से जोड़ने वाले 1410 फीट लंबे और छह मीटर चौड़े ग्लास ब्रिज की तर्ज पर उत्तराखंड के टिहरी जिले में शीघ्र ही झील के ऊपर भी पारदर्शी ग्लास ब्रिज का निर्माण होगा।
हालांकि इससे पहले बिहार के राजगीर में भी दो पहाड़ों की चोटियों को जोड़ने वाला कांच का ब्रिज बन चुका है.टिहरी जिले में झील के ऊपर भी पारदर्शी ग्लास ब्रिज के निर्माण लिए डीपीआर बननी शुरू हो गई है। इसके अलावा झील के बीच टापू में भगवान शिव की मूर्ति व हाट बजार और टिपरी रोपवे का आधुनिकीकरण भी केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी टिहरी झील समग्र विकास योजना के तहत किया जाएगा।
प्रतीकात्मक चित्र
टिहरी झील में 800 करोड़ की लागत से पर्यटन विकास के कार्य होने हैं। इसके लिए बीते माह कार्यदायी संस्था वैपकोस की टीम ने झील का निरीक्षण किया था और अब डीपीआर बनानी शुरू कर दी है। योजना के तहत प्रतापनगर वासियों की सुविधा के लिए टिहरी झील में टिपरी रोपवे का विकास भी किया जाएगा। फिलहाल इस रोपवे में सामान्य डिब्बा लगाया गया है। लेकिन, योजना के तहत डिब्बे में काफी हाउस और बेहतर फर्नीचर रखा जाएगा।
जिला पर्यटन अधिकारी सोबत सिंह राणा ने बताया कि पर्यटक टिपरी से मदन नेगी तक रोपवे से जाएंगे और मदन नेगी से धारकोट के बीच टिहरी झील के ऊपर लगभग 800 मीटर लंबे ग्लास ब्रिज का निर्माण होगा। धारकोट पहुंचने के बाद छह किमी के पैदल ट्रैक से सीधे टिहरी रियासत की राजधानी रहे प्रतापनगर महल तक पहुंचा जा सकेगा।
इवा आशीष श्रीवास्तव (जिलाधिकारी, टिहरी गढ़वाल) का कहना है कि टिहरी झील के ऊपर ग्लास ब्रिज निर्माण का प्रस्ताव है। कार्यदायी संस्था प्रोजेक्ट की डीपीआर तैयार कर रही है। इसमें दो माह का वक्त लगेगा और फिर आगे की प्रक्रिया शुरू होगी।
टिहरी झील विकास के तहत होने वाले कार्य
1.मदन नेगी से धारकोट के बीच ग्लास ब्रिज का निर्माण, 2.टिपरी रोपवे का सुंदरीकरण व आधुनिकीकरण , 3.सांदणा के पास टापू में भगवान शिव की मूर्ति स्थापना, 4.कोटी कालोनी में हाट बजार का निर्माण, 5.कोटी में कैंपिंग साइट का विकास, 6.कोटी में लाइट एंड लेजर शोअत्याधुनिक थियेटर का निर्माण,7.नए बोटिंग प्वाइंट का निर्माण