VS CHAUHAN KI REPORT
“जाको राखे साइयां मार सके ना कोय” ऐसा ही एक वाक्या कुछ दिन पहले देखने में आया जब जिला जालौन की रहने वाली जय देवी नाम की महिला डेरा लीची नाले में फिसल कर बह गई और यमुना नदी में पहुंच गई .
आजकल पहाड़ों में बारिश के कारण मैदानी इलाकों में नदी नाले उफान पर हैं कई इलाकों में बाढ़ भी आई हुई है.ग्राम लीची का डेरा शारदा नगर थाना कदौरा जिला जालौन की रहने वाली जय देवी अपने खेत देखने गई. रास्ते में लीची डेरा नाले में फिसल कर गिर गई. बरसात के कारण नाले में पानी पूरी तरह उफान पर था. और वह महिला नाले में बह गई बहती हुई यमुना नदी में पहुंच गई जय देवी नाम की इस महिला ने हिम्मत नहीं हारी और जिंदगी की जंग लड़ती रही. महिला एक लकड़ी के सहारे लगभग 20 किलोमीटर तक बहती रही. और बेहोश भी हो गई. लेकिन कुदरत ने जय देवी नाम की महिला का जीवन लिखा हुआ था.लकड़ी के सहारे महिला 20 किमी दूर नदी में बहती हुई मनकी खुर्द गांव के सामने मिली.मनकीखुर्द गांव के लोगों ने शुक्रवार की सुबह उस महिला को नदी में बहते हुए देखा. मनकीखुर्द गांव के चौकीदार रामसजीवन ने नदी में बह रही महिला की सूचना थाने में दी।
जालौन के थाना कदौरा के लीची डेरा में नाले में फिसलकर गिरी महिला बहकर यमुना नदी में आ गई है। यह सूचना मिलते ही मौके पर पर मनकी पुलिस चौकी के उपनिरीक्षक भारत यादव हमराही हेड कांस्टेबल शोहराव खान, देवेश कुमार और होमगार्ड कमलनाथ के साथ यमुना नदी के किनारे पहुंचे। पुलिस कर्मियों ने मछुआरों के सहयोग से उसे बेहोशी की हालत में उस महिला को बाहर निकाला.
उपचार के बाद महिला होश में आई और होश में आने पर उस महिला ने घटना की जानकारी दी।उसने अपना नाम जय देवी (50) पत्नी स्व. सुदर्शन सिंह यादव निवासी ग्राम लीची का डेरा शारदा नगर थाना कदौरा जिला जालौन बताया. उस महिला ने यह बताया कि वह गुरुवार की शाम करीब पांच बजे अपना खेत देखने गई थी। कालिंदर नाला पार करते समय पैर फिसल जाने से वह नाले में गिर गई और बहती हुई यमुना नदी में चली आई।
पुलिस ने परिजनों को सूचना देकर बुलाया और महिला के परिजनों को जानकारी दी गई। मौके पर पहुंचे महिला के पुत्र राहुल और पुत्री विनीता के सुपुर्द कर दिया गया।