VSCHAUHAN KI REPORT
ट्रेन पकड़ने के लिए घर से निकलते वक्त हमें टिकट और फोटो आईडी कार्ड जरूर चेक कर लेना चाहिए, क्योंकि अगर आप ये भूले तो सफर करने में मुश्किलें आ सकती हैं. खास तौर पर अगर आप आईडी कार्ड भूले हो सकता है आप ट्रेन में चढ़ भी न पाएं और कार्रवाई हो सो अलग.
आप टिकट बुक करके ट्रेन में चढ़ते हैं तो सफर के दौरान टीटीई आपसे टिकट के साथ साथ आपका ओरिजनल आईडी कार्ड यानी पहचान पत्र भी मांगता है. अगर आपके पास अपनी पहचान साबित करने के लिए कोई भी पहचान पत्र नहीं है तो आपको बगैर टिकट (without ticket) माना जाएगा और आप पर रेलवे नियमों के मुताबिक कार्रवाई भी होगी.
भारतीय रेलवे ने आईडी प्रूफ के तौर पर कई डॉक्यूमेंट्स को मंजूरी दी है, इसमें पासपोर्ट, वोटर आईडी कार्ड, वोटिंग कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, आधार कार्ड, राष्ट्रीय बैंक की पासबुक, पैन कार्ड, स्कूल कॉलेज का आईडी कार्ड, बैंकों की ओर से जारी क्रेडिट कार्ड वगैरह शामिल हैं. इसके अलावा और भी कई डॉक्यूमेंट्स को पहचान पत्र के तौर पर मंजूरी दी गई है, इसकी जानकारी आपको IRCTC या रेलवे की वेबसाइट पर मिल जाएगी.
हालांकि अब जमाना डिजिटल हो चुका है, मान लीजिए ट्रेन से सफर के दौरान आप फिजिकल फोटो आईडी लेकर नहीं चल रहे हैं तो घबराएं नहीं. आप अपने मोबाइल में पहचान पत्र की डिजिटल कॉपी भी दिखा सकते हैं. सरकार ने अपने जरूरी कागजातों को सुरक्षित तरीके से रखने के लिए Digilocker की सुविधा दे रखी है, इसमें आप अपना आधार कार्ड, पासपोर्ट, पैन कार्ड जैसी जरूरी डॉक्यूमेंट्स रख सकते हैं. रेलवे सफर के दौरान टीटीई को आईडी कार्ड के तौर पर आप Digilocker में सेव डॉक्यूमेंट्स को दिखा सकते हैं.
आपको बता दें कि Digilocker भारत सरकार की ओर से एक मान्यता प्राप्त ऐप है. सरकार का आदेश है कि डिजिलॉकर में रखे डॉक्यूमेंट्स को असली डॉक्यूमेंट्स की तरह ही माना जाएगा, कोई भी संस्था इसे मानने से इनकार नहीं कर सकती है. एक बार अगर आपने इसमें अपने डॉक्यूमेंट्स रख लिए तो फिजिकल कागजात लेकर चलने की जरूरत नहीं होगी.