VSCHAUHAN KI REPORT
कोरोना के कारण पिछले करीब सवा से रोडवेज बसों का संचालन बार-बार रुकने से परिवहन निगम की आर्थिक स्थिति बेहद खराब हो चुकी है। वर्तमान में निगम करीब 520 करोड़ रुपये के घाटे में है और निगम पर चार माह का वेतन भी लंबित है। अभी दो दिन पहले ही राज्य सरकार से मिले 20 करोड़ रुपये की मदद पर निगम ने जनवरी का वेतन जारी किया है। पिछले सवा साल से रोडवेज राज्य सरकार से मिली मदद के आधार पर वेतन दे रहा है।
दरअसल, गत वर्ष मार्च में लाकडाउन व उसके बाद बस संचालन न होने से रोडवेज का घाटा बढ़ता चला गया। गत वर्ष अक्टूबर-नवंबर में बस संचालन ने कुछ गति पकड़ी थी, मगर इस वर्ष अप्रैल में बढ़े कोरोना संक्रमण ने इसकी गति फिर रोक दी। वर्तमान में अंतरराज्यीय बस संचालन पूरी तरह बंद है और सूबे के अंदरूनी मार्गों पर रोजाना महज 150 बसों का संचालन हो रहा है। इनमें भी यात्रियों की संख्या 50 फीसद से कम है। निगम को डीजल का खर्च भी नहीं मिल रहा।