Mukesh Kumar ki report
उत्तर प्रदेश में सैकड़ों-हजारों मासूम बच्चों, महिलाओं समेत अन्य लोगों के धर्म परिवर्तन कराने के मसले पर जिस तरह से यूपी एटीएस ने खुलासा किया है और जिस तरह से पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी की भूमिका सामने आ रही और धर्म परिवर्तन के नाम पर फंडिंग से जुड़े इनपुट्स सामने आ रहे है. इसके बाद केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशायलय (ED) भी इस केस में विदेशी फंडिंग को आधार बनाकर मामले की तफ़्तीश करेगी. विशेष सूत्रों के मुताबिक जल्द ही यूपी सरकार द्वारा इस मामले की जानकारी औपचारिक तौर पर केंद्रीय गृहमंत्रालय (MHA) को लिखित तौर पर जानकारी साझा की जाएगी और इस मामले की तफ़्तीश राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) और खुफिया एजेंसी से भी जांच करने की अपील की जा सकती है.
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने पूरे मामले की जानकारी ली है. पूरी घटना को बेहद गंभीरता से लेते हुए सीएम योगी ने एजेंसियों को निर्देश दिए कि वे तह में जाकर जो भी संलिप्त हैं उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करें. उन्होंने दोषियों के खिलाफ गैंगेस्टर की कार्रवाई कर उन्हें एनएसए में निरूद्ध करने के भी आदेश दिए हैं. आरोपियों की संपत्ति जब्त कर सख्त कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए हैं.
फतेहपुर जनपद के ग्राम पंथुआ का रहने वाला उमर गौतम क्षत्रिय परिवार से ताल्लुक रखता है. उमर के पिता धनराज सिंह प्रतिष्ठित क्षत्रिय परिवार से है और सरकारी अधिकारी के पद से रिटायर हुए थे. धनराज के 6 बेटों में चौथे नंबर का बेटा है उमर. उमर का पहले का नाम श्याम प्रताप था. वह इंटरमीडिएट के बाद एग्रीकल्चर की पढ़ाई करने पंतनगर गया था और उसके बाद एमएमयू से क़ानून की पढ़ाई की. पास के गांव में क्षत्रिय परिवार की राजेश्वरी से शादी हुई थी. उमर ने राजेश्वरी को भी धर्म परिवर्तन कर रज़िया बनाया और श्याम प्रताप उर्फ उमर गौतम को धर्म परिवर्तन की वज़ह से पिता ने परिवार से बेदखल किया था.
उमर के चचेरे भाई राजू सिंह के मुताबिक उसकी शादी भी खेसहन गांव के राजपूत घराने में हुई थी. उमर के पिता धनराज सिंह की मौत करीब डेढ़ वर्ष पहले हुई, लेकिन वह अपने पिता के अंतिम संस्कार में भी नहीं आया था. उमर उर्फ श्याम प्रताप सिंह 6 भाइयों में चौथे नंबर का है. पहला भाई उदय राज प्रताप सिंह, दूसरा भाई उदय प्रताप सिंह, तीसरा भाई उदय नाथ सिंह, चौथा उमर उर्फ़ श्याम प्रताप सिंह, पांचवा श्रीनाथ सिंह व छठवें नंबर के स्वर्गीय ध्रुव प्रताप सिंह थे. सभी भाइयों के बीच लगभग 75 बीघा खेत है, जिसका अभी खानगी बंटवारा भी नहीं हुआ है. सभी भाई बाहर रहते हैं. गांव में सिर्फ चचेरे भाई ही रहते हैं.
उमर गौतम का एक संदिग्ध ट्विटर अकाउंट भी सामने आया है, जिसमें वह खुद को प्रधानमंत्री स्वर्गीय वीपी सिंह का भतीजा बताया है. साथ ही 20 साल पहले इस्लाम कबूल करने की बात भी कही है.
यूपी सरकार के मंत्री मोहसिन रजा ने कहा है कि कांग्रेस के अध्यक्ष ने भी एक आतंकवादी को सजा होने पर आंसू बहाया था. उन्होंने कहा कि सदन के अंदर 20 सपा-कांग्रेसी पार्टियां धर्मांतरण के कानून का विरोध कर रही थी आज पता चल गया कि यही वजह था कि वह विरोध कर रहे थे. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी के जो लोग इनको महिमामंडित कर रहे हैं यह लोग देश को बांटने वाले हैं.
केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि फोर्स फुल धर्मांतरण का जो मुद्दा चल रहा है वो किसी रूप में एक्सेप्टेबल नहीं है, जो ताकतें इस धंधे में लगी है इसको कानून इजाजत नहीं देता है जो लोग करेंगे उनको कानून के दायरे में भुगतना पड़ेगा.
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने कहा है की देश का इस्लामीकरण करने वालों के मंसूबे कभी सफल नहीं होंगे, लेकिन उन्होंने धर्मांतरण के लिए हो रही विदेशी फंडिंग की भी जांच कराए जाने की मांग की है. उन्होंने धर्मांतरण कराने के आरोप में गिरफ्तार किए गए दोनों व्यक्तियों के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कर उन्हें मृत्युदंड की सजा देने की भी मांग की है. उन्होंने कहा कि मुस्लिम धर्म गुरुओं को भी इस मामले में अपनी चुप्पी तोड़नी चाहिए और उन्हें भी इसका विरोध करना चाहिए.
ओखला से आप विधायक अमानतुल्लाह ख़ान ने कहा था कि भाजपा देश के अल्पसंख्यकों और दलितों पर जुल्म करने से नहीं चूक रही. यूपी एटीएस द्वारा उमर गौतम और मुफ्ती जहांगीर साहब को गिरफ्तार कर भाजापा सरकार ने हमारे संवैधानिक अधिकारों पर हमला किया है. आर्टिकल 25 और 21 हमें अपने धर्म के प्रचार-प्रसार के साथ किसी भी धर्म का पालन करने का अधिकार देता है. उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए भाजपा ग़ैर-संवैधानिक तरीक़े से साम-दाम, दंड-भेद की नीति अपना कर अपनी डूबती नैया पार लगाना चाहती है. भाजपा सरकार कानून और संविधान का गलत इस्तेमाल करना बंद करे और गैर-संवैधानिक तरीके से गिरफ्तार किए गए लोगों को जल्द रिहा करे.
नोएडा एडिशनल डीसीपी रणविजय सिंह ने बताया कि एटीएस लखनऊ द्वारा 2 लोगों को लंबे समय से धर्म परिवर्तन कराने के मामले में गिरफ़्तार किया है. जांच में पाया गया कि नोएडा सेक्टर-117 में नोएडा डेफ सोसाइटी के एक केंद्र में कुछ लोगों द्वारा ये कार्य किया जा रहा था. यहां ट्रेनिंग करने आए बच्चों को भी निशाना बनाकर उनका धर्म परिवर्तन कराया गया. ऐसी 2-3 शिकायतें मिली हैं, जिसकी जांच की जा रही है. इस केंद्र के खिलाफ नोएडा पुलिस को अभी तक कोई शिकायत नहीं आई थी.
नोएडा के सेक्टर 117 स्तिथ एक मूक बधिर स्कूल में पढ़ने वाले एक मूक बधिर छात्र आदित्य गुप्ता निवासी कानपुर के मातापिता से भी एटीएस ने पूछताछ की थी. उन्होंने बताया कि उनके द्वारा कानपुर नगर के कल्याणपुर थाने में अपने बच्चे की गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवाई थी. उन लोगों ने पूछताछ में बताया कि उनके बेटे का धर्मपरिवर्तन करवा कर साउथ के किसी राज्य में ले जाया गया. ये उनके मूक बधिर बेटे ने मोबाइल पर वीडियो कॉल के माध्यम से बताया कि वहीं यही पढ़ने वाले एक अन्य मूक बधिर छात्र मन्नू यादव का भी धर्म परिवर्तन करवाया गया था.