VSCHAUHAN KI REPORT
उत्तराखंड के पिथौरागढ़, नैनीताल और चंपावत जैसे जिलों में शुक्रवार को बहुत भारी बारिश की संभावना है। जबकि, चमोली बागेश्वर अल्मोड़ा उधमसिंह नगर में भारी बारिश के आसार हैं। इसके मद्देनजर मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है।
मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि इन जिलों में छोटी नदियों, नालों के समीप रहने वाले लोगों को सावधान रहने की जरूरत है। इतना ही नहीं मौसम विभाग के मुताबिक मौसम के बदले मिजाज के चलते राज्य के मैदानी इलाकों में 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाओं के चलने की भी संभावना जताई गई है। वहीं, देहरादून समेत कई जिलों में आकाशीय बिजली गिरने के साथ ही तेज बौछार पड़ने की संभावना व्यक्त की है।
दून में बारिश से मौसम हुआ सुहाना
राजधानी दून और आसपास के इलाकों में मौसम का मिजाज बृहस्पतिवार की शाम अचानक बदल गया। बादल छाए और कुछ इलाकों में बारिश भी हुई। इससे मौसम सुहाना हो गया। बारिश और ठंडी हवाओं के चलते पारे में भी गिरावट दर्ज की गई। इसके चलते लोगों को गर्मी से थोड़ी राहत मिली।
ऑलवेदर रोड परियोजना कार्य के कारण झूलती चट्टानें परेशानी का सबब बनी है। भारी बारिश के दौरान बदरीनाथ हाईवे पर कोड़िया में चट्टान टूटने से साढ़े आठ घंटे तक वाहनों की आवाजाही बाधित रही। इस दौरान हाईवे के दोनों ओर वाहनों की लंबी लाइन लगी रही। बृहस्पतिवार सुबह हाईवे सुचारु हो पाया, जिसके बाद सवारियों ने राहत की सांस ली।
कोड़िया में हाईवे पर झूलती चट्टानें परेशानी का सबब बनी हैं। बारिश होने पर मलबा और बोल्डर हाईवे पर आ रहे हैं। बुधवार रात को करीब दो बजे बारिश के बीच यहां चट्टान का एक हिस्सा टूटने से भारी मात्रा में मलबा और चट्टान हाईवे पर आ गई, जिससे हाईवे बंद हो गया। बृहस्पतिवार सुबह छह बजे एनएच को हाईवे बंद होने की सूचना मिली, जिसके बाद मलबा हटाने के लिए तीन जेसीबी लगाई गई। मलबे को ट्रकों के जरिए डंपिंग जोन में डाला गया।
इस दौरान यहां वाहनों का जाम लग गया जिससे लोग परेशान रहे। बृहस्पतिवार सुबह साढ़े दस बजे हाईवे को वाहनों की आवाजाही के लिए सुचारु कर दिया गया। पीपलकोटी के नगर पंचायत अध्यक्ष रमेश बंडवाल ने कहा कि बरसात निपटने के बाद एनएच को कोड़िया में हिल साइट लटकी चट्टानों को हटाने की मांग की, जिससे लोगों को आवाजाही में दिक्कतें न हों। इधर, एनएच के सहायक अभियंता शशिकांत का कहना है कि कोड़िया में हाईवे को सुचारु कर दिया गया है। हाईवे के भूस्खलन क्षेत्रों में मशीनरी व मेन पावर की तैनाती की गई है।