उत्तराखंड के देहरादून जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है। देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक योगेंद्र सिंह रावत ने ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में कंट्रोल रूम में तैनात एक पुलिसकर्मी को निलंबित कर दिया है। पुलिसकर्मी पर आरोप है कि उसने एक लड़की को जबरन कार में बिठाए जाने की बेहद जरूरी सूचना को देर से प्रसारित किया। इससे संबंधित थाना क्षेत्र में तलाशी अभियान में देरी हो गई। पुलिस कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक अपराध के होने की सूचना वक्त से प्रसारित न करने वाले पुलिसकर्मी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून योगेंद्र सिंह रावत द्वारा कंट्रोल रूम में तैनात आरक्षी बाबूराम भास्कर को निलंबित किया गया है।
एसएसपी ने साफ निर्देश दिए हैं कि ड्यूटी में लापरवाही नहीं बरती जाएगी पुलिस स्टाफ अब तक मिली जानकारी के मुताबिक 2 जून बुधवार की सुबह लच्छीवाला टोल प्लाजा के पास स्विफ्ट डिजायर वाहन में सवार दो लड़के एक लड़की को जबरदस्ती गाड़ी में बिठा कर ले गए। आरोप है कि सूचना मिलने के बाद भी कंट्रोल रूम में तैनात पुलिस कर्मी द्वारा समय से इस सूचना को संबंधित थानों को नहीं बताया गया। ना ही इस सूचना को वक्त रहते उच्च अधिकारियों को प्रसारित किया गया। इस वजह से संदिग्ध वाहनों की चेकिंग शुरू करने में अनावश्यक देरी हुई। अपने कर्तव्यों के दौरान बरती गई लापरवाही पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक योगेंद्र सिंह रावत द्वारा पुलिसकर्मी को निलंबित किया गया है।