मुकेश कुमार की रिपोर्ट
सीबीएसई 12वीं बोर्ड परीक्षाओं के लिए इंतजार कर रहे छात्रों का इंतजार अब खत्म हो गया है. दसवीं की तरह 12वीं की परीक्षा भी कैंसिल कर दी गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस पर मंगलवार को एक लंबी बैठक के बाद फैसला लिया. इस फैसले से करीब 14 लाख छात्रों को बड़ी राहत मिली है.
इसे छात्रों के लिए खुशी भरा संकेत कहें या फिर दुविधा का प्रश्न यह तो वे ही बेहतर समझ सकते हैं परंतु यह तय हो गया है कि 12वीं बोर्ड परिक्षाएं नहीं होंगी। सीबीएसई 10वीं परिक्षा रद्द होने बाद देश में CBSE की 12वीं की बोर्ड परीक्षा भी रद्द कर दी गई है। कोरोना संकट के कारण हुए इस निर्णय ने निश्चित रूप से होनहार छात्रों के अरमानों पर पानी फेरने का कार्य किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक में 12वीं की बोर्ड परीक्षा को रद्द करने का फैसला लिया गया है। बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर के साथ-साथ CBSE के चेयरमैन भी शामिल हुए। बैठक में शिक्षा मंत्रालय के दोनों सचिव भी मौजूद रहे। शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल बैठक में शामिल नहीं हो पाए, क्योंकि वे इस समय स्वास्थ्य कारणों से AIIMS में भर्ती है।
वहीं, बैठक के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि छात्रों की सुरक्षा सरकार की प्राथमिकता है. कोरोना के बीच बच्चों पर तनाव डालना ठीक नहीं है. पीएम ने कहा कि कोरोना काल के माहौल में बच्चों को तनाव देना उचित नहीं है. बच्चों की जान खतरे में नहीं डाल सकते हैं. 12वीं कक्षा के नतीजे समयबद्ध तरीके से एक अच्छी तरह से परिभाषित उद्देश्य मानदंड के तहत बनाए जाएंगे.